मंडीः 1985 में बनी बॉलीवुड फिल्म को देखकर प्रेरित हुए मंडी के खलियार निवासी चांद सिंह ठाकुर ने देहदान का फैसला लिया है. 61 वर्षीय चांद सिंह ठाकुर की देह मरणोपरांत नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रखी जाएगी. इसके लिए उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं.
चांद सिंह ठाकुर मूलत कांगड़ा जिला के पालमपुर के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले 30 वर्षों से मंडी शहर में रह रहे हैं. चांद सिंह ठाकुर हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक से प्रबंधक के पद से सेवानिवृत हुए हैं. उनकी बेटी ने भी पिता के इस फैसले को सराहा है.
चांद सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्ष 1985 में उन्होंने एक बॉलीवुड फिल्म देखी थी. फिल्म में नेत्र दान के जरिए एक युवक का आई ट्रांसप्लांट हुआ था. फिल्म का यह सीन चांद सिंह ठाकुर के जहन में इस कद्र बैठ गया कि उन्होंने उसी दिन देहदान का मन बना लिया. चांद सिंह ठाकुर ने अब देहदान का पंजीकरण करवाकर अपने मन की इच्छा को पूरा किया है. इस बारे में उन्होंने सभी रिश्तेदारों को सूचित भी कर दिया है.
चांद सिंह ठाकुर ने कहा कि मरणोपरांत किसी भी तरह के कर्मकांड व अन्य रीति रिवाजों को न अपनाया जाए. बता दें कि मंडी जिला में देहदान करने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. हालांकि पहले मंडी में देहदान की सुविधा न होने के कारण लोगों को शिमला या चंडीगढ़ का जाना पड़ता था, लेकिन अब मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में देहदान की सुविधा है.