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नौकरी के नाम पर प्रोसेसिंग फीस का फ्रॉड, इस तरह से ठगी को अंजाम देता था शातिर - मंडी फ्रॉड मामला

Mandi Job Fraud Case: मंडी जिले में नौकरी के नाम पर प्रोसेसिंग फीस ऐंठने का मामला सामने आया है. मामले के तहत मंडी पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो कि फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को सरकारी-नामी कंपनियों में नौकरी दिलाने को कहकर उनसे प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसों की ठगी करता था.

Mandi Job Fraud Case
मंडी जॉब फ्रॉड मामला
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 30, 2023, 6:55 AM IST

मंडी: जिला मंडी में फर्जी वेबसाइट के जरिए सरकारी व नामी कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन प्रोसेसिंग फीस ऐंठने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हिमालयन स्टेट एडवेंचर पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के नाम पर चलाई जा रही वेबसाइट के जरिए शातिर, लोगों को सरकारी के अलावा नामी कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन प्रोसेसिंग शुल्क लेता था. जबकि अभी तक की जांच में इसके लिए वह अधिकृत नहीं पाया गया है. आरोपी ने न ही तो कोई आधिकारिक दस्तावेज पुलिस के समक्ष पेश कर पाया है.

प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी: साइबर क्राइम पुलिस थाना मध्य खंड मंडी ने एक शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आरोपी वेबसाइट के जरिए नौकरी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को क्यूआर कोड भेजता था, जो कि उसके खाते से लिंक था. इस क्यूआर कोड को व्हाट्स एप के जरिए मुहैया करवाया जाता था. आरोपी इस वेबसाइट से नौकरी के लिए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 1875 रुपये धनराशि उम्मीदवारों से लेता था.

व्हाट्स एप पर लिया जाता था एग्जाम: मंडी पुलिस के अनुसार बाकायदा नौकरी के लिए टेस्ट व्हाट्स एप पर करवाया जाता था. इसके अलावा जीपीएफ के नाम पर भी आरोपी लोगों को झांसे में लेता था. आरोपी ने न्यूज पेपर में भी नौकरी को लेकर विज्ञापन दे रखा था. अब तक की जांच पड़ताल में शातिर के खाते से करीब 73 लोगों की तरफ से धनराशि जमा कराए जाने का मामला सामने आया है. मंडी पुलिस ने आरोपी अभिनाश शर्मा निवासी बल्ह घाटी मंडी को इस मामले में दबोचा है. मंडी पुलिस ने आरोपी के फोन और वेबसाइट को अपने कब्जे में ले लिया है.

मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है. - मनमोहन सिंह, एएसपी, साइबर क्राइम पुलिस थाना मध्य खंड मंडी

सरकारी-नामी कंपनियों की वेबसाइट पर जानकारी: मंडी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शातिर ने वेबसाइट पर देश की कई नामी कंपनियों के नाम के उल्लेख के अलावा भारत व राज्य सरकार द्वारा रजिस्टर लिखा हुआ है. एचएसएपीसीएल को रिक्रूटमेंट एजेंसी बताते हुए बेरोजगार लोगों को झांसे में लेकर उनसे धनराशि ली जाती थी. हालांकि इस वेबसाइट को साइबर पुलिस थाना मध्य खंड मंडी ने पूरी तरह से फर्जी बताया है. गुटकर में कंपनी का मेन ऑफिस बताया गया है. जबकि पुलिस जांच में पता चला कि यहां पर ऐसा कोई ऑफिस नहीं है. वेबसाइट पर एक एंटरप्राइज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अपलोड किया गया है. साइबर पुलिस ने कुल्लू के एक व्यक्ति की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस पता लगा रही है कि आखिर किस तरह यह पूरा खेल चला हुआ था और कितने लोग इसमें शामिल है, इस पर जांच जारी है. बताया जा रहा है कि करीब एक माह से यह खेल चल रहा था.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में नौकरी के नाम पर ठगी, शातिरों के झांसे में आए कई युवा

ये भी पढ़ें: एफडी-आरडी के नाम पर ठगी, लाखों रुपए लेकर फरार हुए कंपनी संचालक, कहीं आप भी तो नहीं कर ये गलती

मंडी: जिला मंडी में फर्जी वेबसाइट के जरिए सरकारी व नामी कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन प्रोसेसिंग फीस ऐंठने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हिमालयन स्टेट एडवेंचर पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के नाम पर चलाई जा रही वेबसाइट के जरिए शातिर, लोगों को सरकारी के अलावा नामी कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन प्रोसेसिंग शुल्क लेता था. जबकि अभी तक की जांच में इसके लिए वह अधिकृत नहीं पाया गया है. आरोपी ने न ही तो कोई आधिकारिक दस्तावेज पुलिस के समक्ष पेश कर पाया है.

प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी: साइबर क्राइम पुलिस थाना मध्य खंड मंडी ने एक शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आरोपी वेबसाइट के जरिए नौकरी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को क्यूआर कोड भेजता था, जो कि उसके खाते से लिंक था. इस क्यूआर कोड को व्हाट्स एप के जरिए मुहैया करवाया जाता था. आरोपी इस वेबसाइट से नौकरी के लिए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 1875 रुपये धनराशि उम्मीदवारों से लेता था.

व्हाट्स एप पर लिया जाता था एग्जाम: मंडी पुलिस के अनुसार बाकायदा नौकरी के लिए टेस्ट व्हाट्स एप पर करवाया जाता था. इसके अलावा जीपीएफ के नाम पर भी आरोपी लोगों को झांसे में लेता था. आरोपी ने न्यूज पेपर में भी नौकरी को लेकर विज्ञापन दे रखा था. अब तक की जांच पड़ताल में शातिर के खाते से करीब 73 लोगों की तरफ से धनराशि जमा कराए जाने का मामला सामने आया है. मंडी पुलिस ने आरोपी अभिनाश शर्मा निवासी बल्ह घाटी मंडी को इस मामले में दबोचा है. मंडी पुलिस ने आरोपी के फोन और वेबसाइट को अपने कब्जे में ले लिया है.

मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है. - मनमोहन सिंह, एएसपी, साइबर क्राइम पुलिस थाना मध्य खंड मंडी

सरकारी-नामी कंपनियों की वेबसाइट पर जानकारी: मंडी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शातिर ने वेबसाइट पर देश की कई नामी कंपनियों के नाम के उल्लेख के अलावा भारत व राज्य सरकार द्वारा रजिस्टर लिखा हुआ है. एचएसएपीसीएल को रिक्रूटमेंट एजेंसी बताते हुए बेरोजगार लोगों को झांसे में लेकर उनसे धनराशि ली जाती थी. हालांकि इस वेबसाइट को साइबर पुलिस थाना मध्य खंड मंडी ने पूरी तरह से फर्जी बताया है. गुटकर में कंपनी का मेन ऑफिस बताया गया है. जबकि पुलिस जांच में पता चला कि यहां पर ऐसा कोई ऑफिस नहीं है. वेबसाइट पर एक एंटरप्राइज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अपलोड किया गया है. साइबर पुलिस ने कुल्लू के एक व्यक्ति की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस पता लगा रही है कि आखिर किस तरह यह पूरा खेल चला हुआ था और कितने लोग इसमें शामिल है, इस पर जांच जारी है. बताया जा रहा है कि करीब एक माह से यह खेल चल रहा था.

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