मंडी: बेटियों को बचाने के बाद अब मंडी जिला प्रशासन ने इस नारे के दूसरे पहलू यानी बेटियों को पढ़ाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं. जिला प्रशासन ने 'प्रज्ञा' नाम से एक नई पहल करने की सोची है. इस पहल का सीएम जयराम ठाकुर मंडी से विधिवत शुभारंभ करेंगे.
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ भारत सरकार की बेटियों के संरक्षण को लेकर चली इस योजना के पहले पहलू पर देश भर में काम हो रहा है. हर तरफ बेटियों को बचाने पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन इस नारे के दूसरे पहलू की तरफ काफी कम काम हो रहा है. यही कारण है कि मंडी जिला प्रशासन ने इस नारे के दूसरे पहलू पर काम करने की नई पहल की है और इस पहल को नाम दिया गया है 'प्रज्ञा'.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कुछ दिन पहले जब इस नई पहल को शुरू करने की सोची तो मंडी शहर और इसके आसपास के सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा की मेडिकल और नॉन मेडिकल की छात्राओं के बीच एक परीक्षा करवाई गई. इस परीक्षा में टॉप 20 छात्राओं का चयन किया गया और अब इन छात्राओं को एंट्रांस एग्जाम की फ्री में कोचिंग दी जाएगी.
चयनित 20 छात्राओं को स्कूल टाईम के बाद रोजाना एक घंटा फ्री में कोचिंग दी जाएगी. इसके लिए प्रशासन ने कोचिंग देने वाली संस्थाओं से टाई-अप किया है. इस कोचिंग के लिए सिलेक्ट हुई छात्राओं में प्रशासन की नई पहल को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है.
बता दें कि मंडी जिला में भारत सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को शुरू किए अभी एक वर्ष का समय भी नहीं बीता है और इस छोटे से अंतराल में ही जिला को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं. जब यह योजना देश भर में शुरू हुई थी तो प्रशासन ने ’’मेरी लाडली’’ अभियान की अपने स्तर पर शुरूआत करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था. आज जिला में न सिर्फ बेटियों के जन्म के प्रति लोगों की सोच बदली है बल्कि उनकी शिक्षा के प्रति भी सोच में बहुत बड़ा बदलाव आया है.