सुंदरनगर/मंडी: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली ने एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर को जोन नंबर-1 में बेस्ट प्रेजेंटेशन अवार्ड से नवाजा गया है.
बता दें कि कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोन-1 के अंतर्गत तीन राज्य पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उतराखंड और 2 केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर व लद्दाख सहित कुल 67 कृषि विज्ञान केंद्र आते हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर ने वर्ष 2012 में भी केंद्रीय सरकार और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा जोन लेवल पर आईसीआर बेस्ट केवीके और वर्ष 2017 में पंडित दीन दयाल उपाध्याय कृषि विज्ञान प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.
केवीके सुंदरनगर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पंकज सूद ने कहा कि दो दिन तक चली इस कार्यशाला में 2019-20 में कृषि विज्ञान केंद्रों के किए गए कामों की समीक्षा और आगामी 2020-21 में किए जाने वाले कामों की रूपरेखा पर चर्चा की गई. अन्य 66 जिला स्तरीय केवीके को पछाड़ते हुए कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर ने प्रथम स्थान हासिल किया है.
डॉ. पंकज सूद ने इस उपलब्धि पर कहा कि चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोन-1 की टीम के मार्गदर्शन से ही यह संभव हो पाया है.
उन्होंने कहा कि भविष्य में भी कृषि विज्ञान केंद्र किसानों व कृषि के उत्थान के लिए काम करता रहेगा. इस कार्यशाला में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कैलाश चौधरी ने बतौर मुख्यातिथि और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन मोहापात्रा ने वशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की.
वहीं, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद(आईसीएआर) नई दिल्ली के उप महानिदेशक, कृषि विस्तार डॉ. एके सिंह, एडीजी डॉ. रंधीर सिंह, डॉ. वीपी चैहल समेत सभी 7 कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, निदेशक प्रसार शिक्षा, कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन-1 के निदेशक डॉ. राजबीर सिंह ने भी इस कार्यशाला के दौरान परिचर्चा की.
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