सराज: देवभूमि हिमाचल की बेटियां भी किसी से कम नहीं है. हर फील्ड में ये सबसे आगे रहती हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र की कीर्ति ठाकुर ने, सराज की ये बेटी बिजली बोर्ड में टी मेट है. अपने इलाके में कहीं भी बिजली जाए तो तुरंत समस्या को ठीक करने के लिए बड़े से बड़े पोल पर चढ़ जाती. अक्सर देखा गया है कि ये काम पुरुष ही करते थे, लेकिन कीर्ति ने साबित कर दिया की बेटियां कहीं भी किसी से पीछे नहीं हैं. सराज विधानसभा क्षेत्र में जंजैहली विद्युत बोर्ड के जेई सेक्शन बगस्याड के अधीन कीर्ति ठाकुर टी मेट है.
सराज की कीर्ति विद्युत बोर्ड में है टी मेट: कीर्ति ठाकुर ने मार्च 2015 में बारहवीं की पढ़ाई पूरी कर 2016 में इलेक्ट्रॉनिक्स में आईटीआई में दाखिला लिया. दो साल बाद बगस्याड में 2018 में आईटीआई पूरी कर कीर्ति ने एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमा किया. अगस्त 2019 में कीर्ति ठाकुर का जंजैहली विद्युत बोर्ड में बतौर टी मेट सिलेक्शन हो गया. कीर्ति ठाकुर फरवरी 2019 से बतौर टीमेट काम कर रही है और 2022 से वह नियमित हो गई है. कीर्ति को कार्यलय में बैठने से ज्यादा फील्ड में उतरकर काम करना पसंद है. एचटी लाईन या एलटी लाइन को ठीक करने जैसे जोखिम भरे कामों में भी कीर्ति कभी पीछे नहीं हटती है.
जयराम ठाकुर की गृह पंचायत में किए टांसफार्मर बहाल: हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह पंचायत मुरहाग में रविवार को भारी बारिश के चलते यहां की बिजली गुल थी, तो इस दौरान भारी बारिश के बीच कीर्ति ने मौके पर पहुंचकर, एचटी लाईन पर अकेले चढ़कर फ्यूज लगाकर इसी तरह कुल पांच ट्रांसफार्मर बहाल किए. जिसके बाद मुरहाग, आहूण, शूगंल, खूनागी, रैनधार ट्रांसफार्मर बहाल हुए. जिसके कारण करीब 6 से 8 गांव के 250 विद्युत उपभोक्ताओं को घंटों के अंधेरे के बाद बिजली मिल पाई.
क्या कहती हैं टी मेट कीर्ति ठाकुर: वहीं, टी मेट कीर्ति ठाकुर ने बताया कि उन्हें ये काम करना पसंद है. उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर पर चढ़ना आसान रहता है, लेकिन बिजली के पोल पर चढ़ने के लिए जंगलों में सीढ़ियां नहीं होती तो वह डंडे और रस्सी के सहारे पोल पर चढ़ती हैं. कीर्ति ठाकुर ने बताया कि इस काम में उनके साथ एक लाइनमैन भी रहता है, जो उसकी काम करने में मदद करता है.
क्या होते हैं विद्युत बोर्ड में टी मेट: टी मेट हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में टेक्निकल विंग में सबसे जूनियर कर्मचारी होता है. इसका कार्य खंबे के लिए गड्डे खोदना, स्पॉट तक खंबे पहुंचना, बिजली की तारें बिछाने के लिए रस्सा उठाने सहित अन्य छोटे कार्य करना होता है.
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