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करसोग में ग्रामीणों ने किया ऐलान, पुल नहीं तो वोट नहीं

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Published : Dec 22, 2020, 4:27 PM IST

करसोग उपमंडल के तवा और लंबीधार की जनता ने ऐलान किया है कि जब तक सुंगल नामक स्थान पर पुल नहीं लगाया जाता है. वे वोट नहीं देंगे. ऐसे में जो भी उम्मीदवार उनकी इस वर्षों पुरानी समस्या का समाधान करेगा, उसी को वोट और सपोर्ट किया जाएगा.

पुल नहीं बनने पर करसोग ग्रामीणों ने मतदान नहीं करने की घोषणा की
फोटो

करसोग: प्रदेश में पंचायती राज चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही इच्छुक उम्मीदवारों ने अपने तरकश से चुनावी वादों के तीर छोड़ने शुरू कर दिए हैं, लेकिन ग्रामीणों ने ऐसे लुआवने वादों के झांसे में न आते हुए दो टूक कहा है कि इस बार तभी वोट करेंगे जब उनकी समस्या का समाधान होगा.

पुरानी समस्या का समाधान करेगा, उसी को देगें वोट

यहां उपमंडल के तवा और लंबीधार की जनता ने ऐलान किया है कि जब तक सुंगल नामक स्थान पर पुल नहीं लगाया जाता है. वे वोट नहीं देंगे. ऐसे में जो भी उम्मीदवार उनकी इस वर्षों पुरानी समस्या का समाधान करेगा, उसी को वोट और सपोर्ट किया जाएगा.

वीडियो

सुंगल जगह पर पुल न लगने से ग्रामीण पिछले 4 सालों से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. लोगों के मुताबिक पुन्नी से तवा तक वर्ष 2017 में एंबुलेंस मार्ग का उद्घाटन किया गया था, लेकिन पुल न बनने से जनता एंबुलेंस मार्ग का सही तरह से उपयोग नहीं कर पा रही है. लोगों को सामान पुन्नी में उतारने के बाद खच्चरों के माध्यम से गांव तक ले जाना पड़ रहा है.

सरकार से जल्द इस मामले पर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की

यही नहीं गांव तक ऐंबुलेंस न पहुंचने से मरीजों को भी पुन्नी तक कुर्सी पर बैठाकर लाना पड़ रहा है, हालांकि पुल निर्माण का मामला लगातार प्रशासन से उठाया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है। लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द इस मामले पर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि सड़क बनाने पर खर्च हुए पैसे का लाभ हो सके. बता दें कि पुन्नी से आगे सड़क का निर्माण पहले लोगों ने अपने पैसे से किया था. यहां नाले को आरपार करने के लिए लकड़ी के ऊपर मिट्टी डालकर जुगाड़ किया गया है.

ये कहना है ओम प्रकाश

ओम प्रकाश का कहना है कि प्रधान सहित लोगों ने पुल निर्माण को लेकर कई बार प्रशासन से आग्रह किया है, लेकिन कोई बात नहीं सुनी गई. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का हल नहीं होता है, वे वोट नहीं देंगे, जो अब लोगों की समस्या का हल करेगा, उसी को वोट देंगे. चैत्रीय देवी का कहना है कि बीमार लोगों को उठाकर पुन्नी पहुंचाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पहले सड़क दो तभी वोट और सपोर्ट करेंगे.

लोगों ने अपने पैसे से किया था सड़क निर्माण

प्रधान टीकम ठाकुर का कहना है कि पुन्नी से आगे तवा तक लोगों ने अपने पैसे से सड़क का निर्माण किया था. इसके बाद 14 वें वित्तायोग से भी इसके लिए धन राशि दी गई, जिसके बाद वर्ष 2017 में एंबुलेंस मार्ग का उद्घाटन किया गया था. उन्होंने कहा कि सुंगल जगह पर पुल लगाए जाने की आवश्यकता है, लेकिन कई बार प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं किया गया है.

ये भी पढ़ें- 44 फीसदी अभ्यर्थियों ने दी जूनियर ड्राफ्ट्समैन की लिखित परीक्षा, 429 कैंडिडेट रहे अनुपस्थित

करसोग: प्रदेश में पंचायती राज चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही इच्छुक उम्मीदवारों ने अपने तरकश से चुनावी वादों के तीर छोड़ने शुरू कर दिए हैं, लेकिन ग्रामीणों ने ऐसे लुआवने वादों के झांसे में न आते हुए दो टूक कहा है कि इस बार तभी वोट करेंगे जब उनकी समस्या का समाधान होगा.

पुरानी समस्या का समाधान करेगा, उसी को देगें वोट

यहां उपमंडल के तवा और लंबीधार की जनता ने ऐलान किया है कि जब तक सुंगल नामक स्थान पर पुल नहीं लगाया जाता है. वे वोट नहीं देंगे. ऐसे में जो भी उम्मीदवार उनकी इस वर्षों पुरानी समस्या का समाधान करेगा, उसी को वोट और सपोर्ट किया जाएगा.

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सुंगल जगह पर पुल न लगने से ग्रामीण पिछले 4 सालों से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. लोगों के मुताबिक पुन्नी से तवा तक वर्ष 2017 में एंबुलेंस मार्ग का उद्घाटन किया गया था, लेकिन पुल न बनने से जनता एंबुलेंस मार्ग का सही तरह से उपयोग नहीं कर पा रही है. लोगों को सामान पुन्नी में उतारने के बाद खच्चरों के माध्यम से गांव तक ले जाना पड़ रहा है.

सरकार से जल्द इस मामले पर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की

यही नहीं गांव तक ऐंबुलेंस न पहुंचने से मरीजों को भी पुन्नी तक कुर्सी पर बैठाकर लाना पड़ रहा है, हालांकि पुल निर्माण का मामला लगातार प्रशासन से उठाया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है। लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द इस मामले पर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि सड़क बनाने पर खर्च हुए पैसे का लाभ हो सके. बता दें कि पुन्नी से आगे सड़क का निर्माण पहले लोगों ने अपने पैसे से किया था. यहां नाले को आरपार करने के लिए लकड़ी के ऊपर मिट्टी डालकर जुगाड़ किया गया है.

ये कहना है ओम प्रकाश

ओम प्रकाश का कहना है कि प्रधान सहित लोगों ने पुल निर्माण को लेकर कई बार प्रशासन से आग्रह किया है, लेकिन कोई बात नहीं सुनी गई. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्या का हल नहीं होता है, वे वोट नहीं देंगे, जो अब लोगों की समस्या का हल करेगा, उसी को वोट देंगे. चैत्रीय देवी का कहना है कि बीमार लोगों को उठाकर पुन्नी पहुंचाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पहले सड़क दो तभी वोट और सपोर्ट करेंगे.

लोगों ने अपने पैसे से किया था सड़क निर्माण

प्रधान टीकम ठाकुर का कहना है कि पुन्नी से आगे तवा तक लोगों ने अपने पैसे से सड़क का निर्माण किया था. इसके बाद 14 वें वित्तायोग से भी इसके लिए धन राशि दी गई, जिसके बाद वर्ष 2017 में एंबुलेंस मार्ग का उद्घाटन किया गया था. उन्होंने कहा कि सुंगल जगह पर पुल लगाए जाने की आवश्यकता है, लेकिन कई बार प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं किया गया है.

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