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Karsog के 'बेबस' बच्चे, 14 किमी. पैदल चलकर स्कूल जा रहे छात्र, लैंडस्लाइड के बाद बस सेवा पर लगा ब्रेक

मंडी जिले में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से करसोग सरही मार्ग पर लैंडस्लाइड हो गया. जिसकी वजह से इस रूट पर बसों की आवाजाही बंद है. बस सेवा बंद होने से करसोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल बखरौट जाने वाले छात्र-छात्राओं की मुश्किलें बढ़ गई है. इन छात्रों का स्कूल आने-जाने के लिए 14 किमी का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है. (Karsog students have to go to school by walking) (bus service closed on karsog sarhi road)

karsog bus service disruption after landslide
Karsog के 'बेबस' बच्चे
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Published : Jul 26, 2023, 2:17 PM IST

Updated : Jul 26, 2023, 2:28 PM IST

Karsog के 'बेबस' बच्चे

करसोग: जिला में एक स्कूल के बच्चे इन दिनों बेबस हैं. उन्हें जान हथेली पर रखकर 14 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है. भारी बरसात के कारण लैंडस्लाइड होने से सरही में सड़क टूट गई है. इस कारण करसोग-सरही रूट पर सरकारी बस सेवा बंद है. जिससे बच्चे पैदल स्कूल जाने को मजबूर हैं. वहीं, जिस मार्ग से बच्चे पैदल स्कूल जाते हैं, वहां पूरे रास्ते भूस्खलन की आशंका बनी रहती है. क्योंकि इलाका काफी दुर्गम है, इसलिए प्रशासन की नजर भी यहां अभी तक नहीं पड़ी है.

लैंडस्लाइड होने से करसोग-सरही रूट पर बस बंद:: यह सारी कहानी करसोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल बखरौट की है. इन बच्चों की इस परेशानी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें बच्चे सुनसान सड़क से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं. करसोग के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बखरौट में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे एचआरटीसी की करसोग से सरही बस को बंद होने से परेशान हैं. ये बस करसोग से 4 बजे सरही के लिए चलती है और अगली सुबह 7 बजे सरही से करसोग के लिए चलती है, लेकिन बरसात के इन दिनों में करीब 15 दिनों से बस सेवा बंद है.

Karsog
करसोग-सरही मार्ग बंद होने से छात्र पैदल चलने को मजबूर.

बस बंद होने से छात्र पैदल चलने को मजबूर: ऐसे में सोरता, बथारनाला सहित साथ लगते क्षेत्रों से छात्रों को पैदल ही स्कूल आना पड़ता है. अभिभावकों ने परिवहन निगम से बस सेवा से फिर से शुरू करने की मांग की है. ताकि बच्चों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. सोरता गांव की रहने वाली छात्रा कल्पना का कहना है कि पिछले कई दिनों से बस नहीं आ रही है. जिस कारण रोजाना पैदल ही उनके साथ कई छात्र-छात्राओं को स्कूल आना और जाना पड़ता है. जिससे उनका काफी समय बर्बाद हो रहा है.

पैदल जाने-आने से छात्रों का हो रहा समय बर्बाद: बथार नाला की रहने वाली स्नेहा का कहना है कि स्कूल टाइम पर केवल एक ही बस है, अगर किसी दिन बस नहीं आता है तो बारिश के दिनों में पैदल ही स्कूल जाना पड़ता है. उन्होंने मांग कि प्रशासन को जल्द ही सड़कों को बहाल करना चाहिए. ताकि छात्रों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. जितेंद्र का कहना है कि परिवहन निगम को जल्द ही बस की व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि, छात्रों का पैदल चलने में बर्बाद होने वाला कीमती समय बच सके.

Karsog
बस बंद होने से छात्र-छात्राओं को 14 किमी. पैदल चलना पड़ता है.

बंदली से करसोग बस के समय में होगा बदलाव: परिवहन निगम करसोग आरएम हुमेश ठाकुर का कहना है कि भूस्खलन की वजह से सड़क बाधित हो गई है. जिस कारण बस सेवा को बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है. उन्होंने कहा लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बंदली से करसोग चलने वाली बस की समय सारिणी बदली जाएगी. ताकि स्कूल के बच्चे इस बस सेवा का लाभ उठा सके. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Rampur Nanan Primary School: मलबा गिरने से नानण प्राइमरी स्कूल क्षतिग्रस्त, क्लास लगाना हुआ मुश्किल

Karsog के 'बेबस' बच्चे

करसोग: जिला में एक स्कूल के बच्चे इन दिनों बेबस हैं. उन्हें जान हथेली पर रखकर 14 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है. भारी बरसात के कारण लैंडस्लाइड होने से सरही में सड़क टूट गई है. इस कारण करसोग-सरही रूट पर सरकारी बस सेवा बंद है. जिससे बच्चे पैदल स्कूल जाने को मजबूर हैं. वहीं, जिस मार्ग से बच्चे पैदल स्कूल जाते हैं, वहां पूरे रास्ते भूस्खलन की आशंका बनी रहती है. क्योंकि इलाका काफी दुर्गम है, इसलिए प्रशासन की नजर भी यहां अभी तक नहीं पड़ी है.

लैंडस्लाइड होने से करसोग-सरही रूट पर बस बंद:: यह सारी कहानी करसोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल बखरौट की है. इन बच्चों की इस परेशानी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें बच्चे सुनसान सड़क से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं. करसोग के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बखरौट में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चे एचआरटीसी की करसोग से सरही बस को बंद होने से परेशान हैं. ये बस करसोग से 4 बजे सरही के लिए चलती है और अगली सुबह 7 बजे सरही से करसोग के लिए चलती है, लेकिन बरसात के इन दिनों में करीब 15 दिनों से बस सेवा बंद है.

Karsog
करसोग-सरही मार्ग बंद होने से छात्र पैदल चलने को मजबूर.

बस बंद होने से छात्र पैदल चलने को मजबूर: ऐसे में सोरता, बथारनाला सहित साथ लगते क्षेत्रों से छात्रों को पैदल ही स्कूल आना पड़ता है. अभिभावकों ने परिवहन निगम से बस सेवा से फिर से शुरू करने की मांग की है. ताकि बच्चों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. सोरता गांव की रहने वाली छात्रा कल्पना का कहना है कि पिछले कई दिनों से बस नहीं आ रही है. जिस कारण रोजाना पैदल ही उनके साथ कई छात्र-छात्राओं को स्कूल आना और जाना पड़ता है. जिससे उनका काफी समय बर्बाद हो रहा है.

पैदल जाने-आने से छात्रों का हो रहा समय बर्बाद: बथार नाला की रहने वाली स्नेहा का कहना है कि स्कूल टाइम पर केवल एक ही बस है, अगर किसी दिन बस नहीं आता है तो बारिश के दिनों में पैदल ही स्कूल जाना पड़ता है. उन्होंने मांग कि प्रशासन को जल्द ही सड़कों को बहाल करना चाहिए. ताकि छात्रों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. जितेंद्र का कहना है कि परिवहन निगम को जल्द ही बस की व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि, छात्रों का पैदल चलने में बर्बाद होने वाला कीमती समय बच सके.

Karsog
बस बंद होने से छात्र-छात्राओं को 14 किमी. पैदल चलना पड़ता है.

बंदली से करसोग बस के समय में होगा बदलाव: परिवहन निगम करसोग आरएम हुमेश ठाकुर का कहना है कि भूस्खलन की वजह से सड़क बाधित हो गई है. जिस कारण बस सेवा को बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है. उन्होंने कहा लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बंदली से करसोग चलने वाली बस की समय सारिणी बदली जाएगी. ताकि स्कूल के बच्चे इस बस सेवा का लाभ उठा सके. इस बारे में जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Rampur Nanan Primary School: मलबा गिरने से नानण प्राइमरी स्कूल क्षतिग्रस्त, क्लास लगाना हुआ मुश्किल

Last Updated : Jul 26, 2023, 2:28 PM IST
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