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करसोग: पानी की बर्बादी करने पर कटेगा कनेक्शन, बढ़ते जल संकट के चलते दिए निर्देश - jal shakti department karsog

जल शक्ति विभाग ने पानी की बर्बादी करने पर लोगों के कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए हैं. सभी सब डिवीजनों में फील्ड अधिकारियों को पानी के दुरुपयोग पर सख्ती बरतने को कहा गया है. इस बार सर्दियों में कम हुई बारिश और प्री मानसून सीजन में मौसम की बेरुखी से करसोग में भारी सूखा पड़ गया है. ऐसे में उपमंडल के तहत विभिन्न सब डिवीजनों में कुल नौ स्कीमें सूखे की वजह से प्रभावित हुई है. इसमें 3 पेयजल स्कीमों में 75 फीसदी तक पानी की कमी आई है.

IPH Department Karsog
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Published : Apr 15, 2021, 11:33 AM IST

करसोग: उपमंडल करसोग में पानी का दुरुपयोग करना लोगों को महंगा पड़ सकता है. सर्दियों में सामान्य से कम हुई बारिश से पैदा हुए हालातों से निपटने के लिए जल शक्ति विभाग ने पानी की बर्बादी करने पर कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए हैं. सभी सब डिवीजनों में फील्ड अधिकारियों को पानी के दुरुपयोग पर सख्ती बरतने को कहा गया है.

इसके अलावा पेयजल लाइनों की लीकेज पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि गर्मियों के सीजन में पानी की बर्बादी को रोका जा सके. इस बार सर्दियों में कम हुई बारिश और प्री मानसून सीजन में मौसम की बेरुखी से करसोग में भारी सूखा पड़ गया है. ऐसे में उपमंडल के तहत विभिन्न सब डिवीजनों में कुल नौ स्कीमें सूखे की वजह से प्रभावित हुई है. इसमें 3 पेयजल स्कीमों में 75 फीसदी तक पानी की कमी आई है. इसके अतिरिक्त 6 पेयजल योजनाओं में सूखे का 50 फीसदी तक असर पड़ा है.

वीडियो.

स्थानीय पेयजल स्रोत भी सूखे

यही नहीं लगातार सूखे की वजह से कई जगहों पर स्थानीय पेयजल स्रोत भी सुख गए हैं. जिस कारण अधिकतर क्षेत्रों में गर्मियों का पीक सीजन आरंभ होने से पहले ही गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया है. उपमंडल में दूरदराज के क्षेत्रों खनेयोल बगड़ा सहित शाहोट आदि में तो लोगों को दो महीने बाद पानी की सप्लाई मिल रही है. अन्य क्षेत्रों में भी सप्ताह बाद लोगों को पेयजल सप्लाई नसीब हो रही है.

16 करोड़ रुपये की दो पेयजल उठाऊ योजनाओं का होगा लोकापर्ण

इस स्थिति से निपटने के लिए विभाग ने पानी का दुरुपयोग रोकने के साथ 16 करोड़ रुपये की दो बड़ी उठाऊ पेयजल योजनाओं का भी इसी माह लोकापर्ण करने का निर्णय लिया है. इसमें नाबार्ड के तहत तैयार की जा रही करीब 12 करोड़ रुपये की परलोग-माहूंनाग और चार करोड़ की चैरा खड्ड-धमून उठाऊ पेयजल योजना शामिल है.

अंतिम चरणों में पेयजल योजनाओं की टेस्टिंग

इस दोनों ही पेयजल योजनाओं की टेस्टिंग का कार्य अंतिम चरणों में है. ऐसे में विभाग सूखे से प्रभावित योजनाओं को कवर करने व पानी की कमी वाले क्षेत्रों में बिछाई गई लाइनों को इन्टरलिंक करने का प्रयास कर रहा है ताकि गर्मियों के सीजन में लोगों को भीषण पेयजल संकट से न जूझना पड़े. जल शक्ति विभाग ने लोगों से भी पानी का दुरुपयोग रोकने में सहयोग देने की अपील की है.

जल शक्ति विभाग करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अशोक का कहना है कि सभी सहायक अभियंताओं व कनिष्ठ अभियंताओं को पानी का दुरुपयोग रोकने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर विभाग के ध्यान में पानी के दुरुपयोग का मामला आता है, तो ऐसे लोगों का कनेक्शन काटा जाएगा.

पढ़ें: हिमाचल दिवस: छोटे राज्य की बड़ी पहचान, 1948 में थी 228 किलोमीटर सड़कें, अब आंकड़ा 40 हजार किलोमीटर पार

करसोग: उपमंडल करसोग में पानी का दुरुपयोग करना लोगों को महंगा पड़ सकता है. सर्दियों में सामान्य से कम हुई बारिश से पैदा हुए हालातों से निपटने के लिए जल शक्ति विभाग ने पानी की बर्बादी करने पर कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए हैं. सभी सब डिवीजनों में फील्ड अधिकारियों को पानी के दुरुपयोग पर सख्ती बरतने को कहा गया है.

इसके अलावा पेयजल लाइनों की लीकेज पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि गर्मियों के सीजन में पानी की बर्बादी को रोका जा सके. इस बार सर्दियों में कम हुई बारिश और प्री मानसून सीजन में मौसम की बेरुखी से करसोग में भारी सूखा पड़ गया है. ऐसे में उपमंडल के तहत विभिन्न सब डिवीजनों में कुल नौ स्कीमें सूखे की वजह से प्रभावित हुई है. इसमें 3 पेयजल स्कीमों में 75 फीसदी तक पानी की कमी आई है. इसके अतिरिक्त 6 पेयजल योजनाओं में सूखे का 50 फीसदी तक असर पड़ा है.

वीडियो.

स्थानीय पेयजल स्रोत भी सूखे

यही नहीं लगातार सूखे की वजह से कई जगहों पर स्थानीय पेयजल स्रोत भी सुख गए हैं. जिस कारण अधिकतर क्षेत्रों में गर्मियों का पीक सीजन आरंभ होने से पहले ही गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया है. उपमंडल में दूरदराज के क्षेत्रों खनेयोल बगड़ा सहित शाहोट आदि में तो लोगों को दो महीने बाद पानी की सप्लाई मिल रही है. अन्य क्षेत्रों में भी सप्ताह बाद लोगों को पेयजल सप्लाई नसीब हो रही है.

16 करोड़ रुपये की दो पेयजल उठाऊ योजनाओं का होगा लोकापर्ण

इस स्थिति से निपटने के लिए विभाग ने पानी का दुरुपयोग रोकने के साथ 16 करोड़ रुपये की दो बड़ी उठाऊ पेयजल योजनाओं का भी इसी माह लोकापर्ण करने का निर्णय लिया है. इसमें नाबार्ड के तहत तैयार की जा रही करीब 12 करोड़ रुपये की परलोग-माहूंनाग और चार करोड़ की चैरा खड्ड-धमून उठाऊ पेयजल योजना शामिल है.

अंतिम चरणों में पेयजल योजनाओं की टेस्टिंग

इस दोनों ही पेयजल योजनाओं की टेस्टिंग का कार्य अंतिम चरणों में है. ऐसे में विभाग सूखे से प्रभावित योजनाओं को कवर करने व पानी की कमी वाले क्षेत्रों में बिछाई गई लाइनों को इन्टरलिंक करने का प्रयास कर रहा है ताकि गर्मियों के सीजन में लोगों को भीषण पेयजल संकट से न जूझना पड़े. जल शक्ति विभाग ने लोगों से भी पानी का दुरुपयोग रोकने में सहयोग देने की अपील की है.

जल शक्ति विभाग करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अशोक का कहना है कि सभी सहायक अभियंताओं व कनिष्ठ अभियंताओं को पानी का दुरुपयोग रोकने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर विभाग के ध्यान में पानी के दुरुपयोग का मामला आता है, तो ऐसे लोगों का कनेक्शन काटा जाएगा.

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