मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिले से संबंध रखते हैं. उन्होंने मंडी शहर के कांगणीधार में ढाई सौ करोड़ लागत से बनने वाले शिव धाम का निर्माण कार्य शुरू करवाया है. दो चरणों में शिव धाम का निर्माण कार्य किया जा रहा है. वहीं, जयराम ठाकुर का बल्ह में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है. अब जब कांग्रेस सत्ता में है तो पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के इन प्रोजेक्टों पर खतरे के बादल मंडराना शुरू हो गए हैं. (Jairam Thakur Dream Project) (International Airport in Balh)
शिव धाम प्रोजेक्ट साइट से मजदूरों का पलायन: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शिव धाम प्रोजेक्ट से मजदूरों ने पलायन करना शुरू कर दिया है. मजदूरों का आरोप है कि कंपनी की ओर से उन्हें न पैसा मिल रहा है और ना ही उनके रहने की कोई व्यवस्था की जा रही है. जिला प्रशासन ने मंडी में निर्माणाधीन शिवधाम के 52 कामगारों को कंबल, रजाई, तलाई, बेडशीट, खाने का सामान और हाईजीन किट वितरित की थी. मजदूरों के पलायन करने के बाद इन दिनों शिव धाम प्रोजेक्ट की साइट सुनसान पड़ी हुई है. जिसे अब इस प्रोजेक्ट पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं.
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का सर्वे नई एजेंसी कोः प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले जयराम सरकार ने बल्ह वैली में एयरपोर्ट निर्माण के लिए वेपकॉस सर्वे कंपनी को सामाजिक प्रभाव आंकलन की जिम्मेदारी सौंपी थी. नई सरकार ने पुरानी कंपनी से काम वापस लेकर इसे नई एसआर एशिया कंपनी को थमा दिया है. यह कंपनी अपने सर्वे रिपोर्ट 2 महीने बाद सुक्खू सरकार को देगी. 2022 के विधानसभा चुनावों में एयरपोर्ट यहां का बड़ा मुद्दा था. कांग्रेस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विरोध में स्थानीय जनता के साथ खड़ी रही. कांग्रेस ने सरकार आने पर बल्ह के लोगों को राहत की बात कही थी.
सुक्खू के जिले में भी एयरपोर्ट बनने की संभावनाः हमीरपुर जिले के जाहू क्षेत्र में भी एयरपोर्ट बनाने के लिए काफी गैर उपजाऊ भूमि उपलब्ध है. यहां पर एयरपोर्ट बनाने की मांग भी पिछले दो दशकों से होती रही है. मंडी में अब चर्चा यह भी है कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट को नए सीएम के जिले में भी शिफ्ट किया जा सकता है. इस बात को इसलिए बल मिल रहा है कि कांग्रेस ने विपक्ष में ऐसी बड़ी परियोजना को उपजाऊ भूमि की जगह गैर उपजाऊ भूमि पर बनाने की बात कही थी. (Jairam Thakur Dream Project)
बल्ह को कहते हैं 'मिनी पंजाब': बल्ह को मिनी पंजाब के नाम से जाना जाता है. यहां के किसान पारंपरिक फसलों के साथ नकदी फसलों का भी उत्पादन करते हैं. जिससे हर साल करोड़ों रुपए की आमदनी होती है. पूर्व सरकार यहां के किसानों के विरोध के बावजूद भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने पर अड़ी रही. लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. जिस तरह से नई सरकार ने सर्वे का जिम्मा नई कंपनी को सौंपा है. उससे साफ जाहिर है कि अंदर ही अंदर कुछ न कुछ, उथल-पुथल जरूर है.
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