मंडी: जिला मंडी में करसोग के अंतर्गत सरकार को खुश करने के लिए जल शक्ति विभाग ने 1.27 करोड़ की अधूरी पज्याणु छंडयारा सिंचाई योजना का उद्घाटन करवा दिया था. उस वक्त प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, लेकिन उद्घाटन करने के बाद लोगों को खेतों में सिंचाई करने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में गुस्साए ग्रामीण जल शक्ति विभाग के इंजीनियर से मिले और मामले की शिकायत की है. वहीं इंजीनियर ने लोगों की समस्या का समाधान एक सप्ताह में किए जाने का आश्वासन दिया है.
जुलाई 2022 में जनता को समर्पित कर दी थी योजना: प्रदेश में पिछले साल विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले जल शक्ति विभाग ने तत्कालीन सरकार की गुड बुक में आने के लिए जुलाई 2022 में पज्याणु छंडयारा सिंचाई योजना को जनता के लिए समर्पित कर दिया था, लेकिन कई महीने बीतने पर भी खेतों में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि उद्घाटन के बाद भी कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार पांच गांव सिंचाई योजना से जुड़ने अभी भी बाकी है.
सिंचाई लाइन में जगह-जगह पर हो रही लीकेज: पज्याणु छंडयारा सिंचाई योजना का काम अभी न केवल अधूरा है बल्कि जहां तक लाइन बिछाई गई है, उसमें भी जगह जगह पर लीकेज हो रही है. ग्रामीणों के मुताबिक पाइप लाइन में 80 जगहों पर लीकेज है. बता दें कि अभी तक योजना का लाभ सिर्फ पज्याणु गांव को ही मिल रहा है. वहीं, मंथल , करसाना , छंडयारा, थाच, कैबली गांव में किसानों को सिंचाई योजना का कोई भी लाभ नहीं मिला है.
"ग्राम पंचायत सुई कुफरीधार के लोगों ने सिंचाई योजना के बारे में ज्ञापन पत्र सौंपा है. जिसमें लीकेज की समस्या का समाधान एक सप्ताह में किया जाएगा. अधूरे बचे कार्य को भी जल्द पूरा किया जाएगा" :- कृष्ण कुमार, कार्यपालक इंजीनियर
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