करसोग: प्रदेश सरकार ने अवैध खनन रोकने के लिए कड़े नियम बना रखे हैं, लेकिन बावजूद इसके माफिया बेलगाम होकर खनन कर रहे हैं. खनन माफिया को सरकार, विभाग और पुलिस का कोई डर नहीं है. पहले पुलिस खनन रोकने के लिए दिन-रात नाकाबंदी भी करती देखी जाती थी, लेकिन इन दिनों कोरोना महामारी के चलते खनन माफिया अपनी मनमर्जी करते दिखाई दे रहे हैं.
करसोग में नियमों को ताक में रखकर खनन माफिया रात को खुले आम अवैध खनन कर चांदी कूट रहे हैं. हैरानी की बात है कि सरकारी भूमि पर हो रहे अवैध खनन से वन विभाग और माइनिंग विभाग भी बेखबर है. हालांकि अवैध खनन को लेकर लोगों ने संबंधित विभाग को भी शिकायत दी है, लेकिन विभाग ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है. विभाग की इस लापरवाही से खनन माफिया के हौसले बुलंद है.
शिकायतकर्ता ने एसडीएम समेत डीएसपी से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. बता दें कि उपमंडल के फिरनु में रात को रोजाना कई टिप्पर भरे जाते हैं, लेकिन अवैध खनन से विभाग बेखबर है. रात 11 से सुबह 4 बजे तक करसोग में खनन माफिया का खुला राज चल रहा है.
इस दौरान जेसीबी से रात भर कई टिप्पर रेत के भरे जाते हैं. इससे अवैध खनन वालों की तो मोटी कमाई हो रही है, लेकिन सरकार को लाखों का चुना लग रहा है. यही नहीं अवैध खनन से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. शिकायतकर्ता ने तुरन्त प्रभाव से अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं, एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि उन्हें इस बारे में शिकायत मिली है. संबंधित विभाग को तुरन्त प्रभाव से कार्रवाई करने के आदेश दिए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: सुंदरनगर को मिलेगी आज करोड़ों की सौगातें, CM ऑनलाइन करेंगे 41 करोड़ के शिलान्यास और उद्घाटन