सुंदरनगर: कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने बस सेवा पर रोक लगा दी थी. अब करीब दो महीनों बाद बसों का संचालन फिर से शुरू हो गया है. सरकार ने एक जून से सशर्त बसें चलाने की अनुमति दी है.
कोरोना संकट के बीच 75 दिनों बाद हिमाचल प्रदेश में परिवहन सेवा सोमवार को शुरू कर दी गई. शुरूआती दौर में बस सेवा शुरू होने से से लोगों में कोई खासा रूझान देखने को नहीं मिल रहा है. वहीं, निजी बस ऑपरेटर्स ने अपनी बसों को नहीं चलाया है.
एचआरटीसी सुंदरनगर ने अभी केवल लोकल रूट पर ही अपनी सेवाएं शुरू की है. अभी तक 90 में से 67 रूटों पर ही बसों की आवाजाही शुरू की गई है. बस स्टैंड पर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स पर पुलिस का कड़ा पहरा है. पुलिस प्रबंधन ने मौके पर दो एएसआई सहित महिला व अन्य पुलिस बल को भी तैनात किया है.
बस स्टैंड प्रबंधन ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की पालना के लिए बुकिंग काउंटर पर यात्रियों के लिए लाल गोले भी लगाए हैं. प्रदेश सरकार के आदेशानुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थापित थर्मल स्कैनिंग काउंटर से यात्रियों और विभाग के कर्मचारियों को गुजरना पड़ रहा है.
वहीं, बसों को उनके रूट पर भेजने से पहले और दोबारा बस स्टैंड पहुंचने पर सेनिटाइज किया जा रहा है. बसों में प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशानुसार 60 फीसदी सवारियों के लिए ही व्यवस्था की गई है. 3 सीटों वाली बस में बीच वाली सीट पर सवरारी को बैठने की अनुमति नहीं है. दो सवारियों वाली सीट पर सिर्फ खिड़की की तरफ ही बैठने का प्रावधान किया गया है.
बसों में चालक व परिचालक को हाथों के लिए गल्बज और ड्राइवर के कैबिन को प्लास्टिक की शीट से बंद किया गया है. इस शीट के आगे किसी भी यात्री को आने की अनुमति नहीं है. वहीं, इस बस सेवा के शुरू होने से बाहरी जिला में काम कर रहे लोग अपने काम पर लौटने शुरू हो गए हैं.