करसोग: हिमाचल प्रदेश से सुबह ही एक बड़ी सड़क दुर्घटना की खबर आई है. मामला मंडी जिले के करसोग का है. जहां यात्रियों से भरी एक एचआरटीसी बस 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी. हादसे के वक्त बस में 47 लोग सवार थे. जिसमें से कई यात्रियों को गंभीर चोटें आई है. 4 गंभीर रूप से घायलों को आईडीएसी शिमला रेफर किया गया है.
बस एक्सीडेंट में 36 लोग घायल: करसोग में वीरवार की सुबह एक बस हादसे का शिकार हो गया. जिसमें 36 लोग घायल हो गए. जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल करसोग लाया गया. जहां से 4 गंभीर रूप से घायलों को आईजीएमसी रेफर किया गया है. अन्य घायलों का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिन लोगों को आईजीएमसी रेफर किया गया है. इसमें राधू देवी पत्नी नेत राम, सूबा राम पुत्र दलु, वीरेंद्र पुत्र शुकरु राम और अमर चंद पुत्र खीमा राम शामिल है. शिमला रेफर किए गए घायलों को 5-5 हजार रुपये की फौरी राहत जारी की गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसों के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है.
मैंडी से करसोग आ रही थी बस: जानकारी के मुताबिक एचआरटीसी की बस (HP 03B 6211) मैंडी से करसोग आ रही थी. तभी सुबह करीब 10:15 पर देहरी के समीप सड़क के किनारे पत्थर गिरे होने की वजह से बस अनियंत्रित होकर 300 मीटर खाई में गिरी. हादसे के दौरान बस में करीब 40 लोग सफर कर रहे थे. इस हादसे में 36 लोग घायल हो गए, जिन्हे स्थानीय लोगों की मदद से प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल लाया गया. जहां 4 लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए शिमला स्थित आईजीएमसी रेफर किया गया. प्रशासन की तरफ से शिमला रेफर किए गए घायलों को फौरी तौर पर 5-5 हजार रुपये की राहत राशि जारी की गई है.
PWD और HRTC के खिलाफ नारेबाजी: बस हादसे की खबरे लगते ही स्थानीय लोग घटना स्थल पर पहुंच गए. इस दौरान सड़क की हालत और मैंडी के लिए एकमात्र बस होने से नाराज लोगों ने अपना रोष प्रकट किया. लोगों ने पीडब्ल्यूडी और एचआरटीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों का कहना है कि सड़क की खराब हालत और मैंडी के लिए एक बस होना हादसे की बड़ी वजह है. स्थानीय लोगों के मुताबिक करसोग से मैंडी तक सड़क के किनारे पैरापिट ही नहीं हैं. इसके अतिरिक्त एक ही रूट होने से बस भी भारी भीड़ रहती हैं. ऐसे में यहां पर भविष्य में भी हादसे का अंदेशा बना हुआ है.
'करसोग को भेजी जाती हैं खटारा बसें': विधायक दीपराज सूचना मिलते ही सुंदरनगर से सिविल अस्पताल करसोग पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घायलों का हालचाल जाना. उन्होंने कहा करसोग विधानसभा क्षेत्र के अंदर सभी जगह सड़कों की हालत खस्ता है. यही नहीं करसोग को हमेशा खटारा बसें ही भेजी जाती है. सरकार को ये प्रथा बंद करनी चाहिए. उन्होंने कहा घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
ये भी पढ़ें: Bus Accident in Himachal: मंडी जिले के करसोग में खाई में गिरी HRTC की बस, 47 यात्री थे सवार