मंडी: हिमाचल प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन (Himachal Pravasi Global Association)अध्यक्ष भाग्य चंदर ने किया आईआईटी का दौरा किया. आईआईटी मंडी व हिमाचल प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन मिल कर हिमाचल के लिए सामाजिक -आर्थिक विकास कार्यक्रम पर फोकस किया जाएगा. हिमाचली प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन (एचपीजीए) के अध्यक्ष भाग्य चंदर का 26 अप्रैल को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी आगमन हुआ. अपने दौरे के दौरान भाग्य चंदर आईआईटी कमांद के कार्यक्रमों से काफी प्रभावित हुए. उन्होंने बताया कि संस्थान का सपना प्रौद्योगिकी प्रयास और अनुसंधान के बल पर स्थानीय और वैश्विक हिमाचली समाज को सेवा देना है. इस लक्ष्य से संस्थान विभिन्न माध्यमों पर विमर्श करेगा.
विदेशों में बसे हिमाचलियों का सबसे बड़ा नेटवर्क: जिन से विदेशों में बसे हिमाचली एनआरआई योगदान दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि हिमाचली प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन विदेशों में बसे हिमाचलियों का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जो पूरी दुनिया में बसे हिमाचली भारतीयों की सेवा करता और उन्हें आपस में जोड़ कर रखता है. संस्थान में आयोजित बैठक के दौरान खास कर भारतीय ज्ञान प्रणाली और मस्तिष्क कल्याण के लिए एक रिट्रीट सेंटर बनाने पर भी चर्चा हुई.
शोध-आविष्कार गंभीरता से संलग्न: हिमाचली प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन के कनाडावासी अध्यक्ष भाग्य चंदर ने बताया कि आईआईटी पहुंच कर संस्थान के निदेशक डॉ .लक्ष्मीधर बेहरा, प्रो. वरुण दत्त, प्रो. चयन नंदी और फैकल्टी के अन्य सदस्यों से मिलकर बहुत खुशी हुई. आईआईटी मंडी आईटी, बायोटेक और अन्य कई क्षेत्रों में शोध-आविष्कार में गंभीरता से संलग्न है जो देख कर बहुत खुशी हुई . भूस्खलन अलार्म सिस्टम जैसे रिसर्च प्रोजेक्ट, बॉटनिकल गार्डन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में संज्ञानात्मक मान्यता, हिमाचल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वीआर पद्धति, साइबर सुरक्षा खतरे, सूक्ष्म जीव विज्ञान पर शोध आदि देखना और अनुभव करना वास्तव में बहुत अच्छा लगाा. भाग्य ने जानकारी दी की एचपीजीए के मिशन का मुख्य लक्ष्य हिमाचल प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देना है.
सामाजिक-आर्थिक विकास पर फोकस: चंदर के संस्थान दौरे पर आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बहेरा ने बताया कि आईआईटी मंडी व हिमाचली प्रवासी ग्लोबल एसोसिएशन का यह सपना है कि हिमाचल के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दें. उन्होंने बताया की दौरे के दौरान जरूरी सार्थक चर्चा और कार्यक्रम शुरू हो पाएंगे. इस दौरान भाग्य चंदर ने संस्थान के परिसर में कई शोध केंद्रों का अवलोकन करने के साथ ही फैकल्टी, छात्रों और शोधकर्ताओं से बात की.उन्होंने मानस लैब, एप्लाइड कॉग्निटिव साइंस लैब, एडवांस्ड रिसर्च मैटेरियल्स सेंटर, सी4डीएफईडी और बायोएक्स सेंटर का भी दौरा किया.