शिमला: हिमाचल में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सोमवार को राज्य रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से जिला मंडी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री से भरे दो वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में इस प्राकृतिक आपदा के कारण जान और माल का भारी नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई करना कठिन है, लेकिन राहत के रूप में हम अपना योगदान दे सकते हैं जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए महत्वपूर्ण है.
आपदा पर नजर बनाए हुए है केंद्रीय गृह मंत्रालय: शिव प्रताप शुक्ल ने इस आपदा में प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस के प्रयासों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा के दौरान सेना, वायु सेना, अर्धसैनिक बलों तथा सभी अन्य एजेंसियों द्वारा राहत और बचाव कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय प्रदेश में आई इस आपदा पर नजर बनाए हुए है और इसके लिए फौरी राहत प्रदान कर रहा है. उन्होंने विश्वास जताया कि नुकसान के पूर्ण आकलन के पश्चात प्रदेश को और अधिक राहत प्रदान की जाएगी. राज्यपाल ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस कठिन समय में समाज के सभी वर्गों ने सहयोग प्रदान किया है तथा लोगों ने भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया है. उन्होंने आपदा प्रभावितों की मदद के लिए सभी से आपदा राहत कोष में स्वेच्छा से योगदान करने का आग्रह किया है.
राष्ट्रीय रेडक्रॉस से अधिक राहत सामग्री प्रदान करने का आग्रह: राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने स्वयं राहत कोष में अपने एक माह के वेतन का अंशदान करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में राज्य तथा जिला स्तर पर रेडक्रॉस के माध्यम से भी सहायता प्रदान की जा रही है. इससे पूर्व राज्य रेडक्रॉस के माध्यम से 13 जुलाई को तीन वाहनों में मण्डी तथा कुल्लू जिलों के लिए राहत सामग्री भिजवाई गई थी. राष्ट्रीय रेडक्रॉस सोसाइटियों से अधिक राहत सामग्री प्रदान करने का आग्रह भी किया गया है तथा रेडक्रॉस के माध्यम से शीघ्र ही प्रभावित क्षेत्रों में यह राहत सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी.
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