मंडी: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब विकराल रूप ले रही है. बाढ़, लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड की घटनाओं से जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. जानकारी के अनुसार भारी बरसात के कारण प्रदेश में अब तक करीब 8 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. हालांकि बारिश और नुकसान का सिलसिला और ज्यादा लंबा चलने की आशंका जताई जा रही है. मंडी जिले में भी इस बार बारिश का कहर टूटा है.
खोलानाला से 50 लोग सुरक्षित रेस्क्यू: मिली जानकारी के अनुसार मंडी जिले में 22-23 अगस्त को हुई भीषण बारिश और बाढ़ से खोलानाला में रास्ते ध्वस्त हो गए थे, जिससे इस इलाके का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया था. मंडी जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ के सहयोग से बालीचौकी उपमंडल के दुर्गम इलाके खोलानाला से 50 लोगों को सुरक्षित निकाल कर नगवाईं राहत शिविर में पहुंचाया है.
रास्ते बर्बाद होने के कारण फंसे थे लोग: बताया जा रहा है कि सड़क संपर्क मार्ग न होने की वजह से खोलानाला में पहुंचना बेहद कठिन था, लेकिन एनडीआरएफ की टीम ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरी सटीकता और सफलता से अंजाम दिया. वीरवार को एसडीएम बालीचौकी सोहन लाल, बाली चौकी के तहसीलदार और बीडीओ व अन्य अधिकारियों और एनडीआरएफ की एक टुकड़ी के साथ खोलानाला पहुंचे और वहां से लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करके नगवाईं राहत शिविर तक पहुंचाया.
मंडी पर लगातार बरस रहे आफत के बादल: डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि इस इलाके में 22-23 अगस्त को हुई भीषण बारिश के कारण भारी तबाही हुई है. कई घर बाढ़ और लैंडस्लाइड की भेंट चढ़ गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन प्रभावितों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है. बता दें कि इस आफत की बारिश में प्रदेशभर में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालयों से पूरी तरह से टूट गया है. प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन लगातार इन लोगों के रेस्क्यू में जुटा हुआ है. हालांकि बारिश के दौर के थमने के आसार अभी भी कम नजर आ रहे हैं.
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