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अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू, पारंपरिक व्यंजन बने पहली पसंद - shivratri fair

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल्स पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है. मेले में सिड्डू, कचौरी और लुच्ची के स्टॉल्स पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं.

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू
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Published : Mar 11, 2019, 1:22 PM IST

मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल्स पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है. मेले में सिड्डू, कचौरी और लुच्ची के स्टॉल्स पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं.

बता दें कि रविवार को सबसे ज्यादा भीड़ रजनी सिड्डू कॉर्नर पर देखने को मिली. रजनी सिड्डू कॉर्नर में जहां एक ओर ग्राहक स्टॉल के अंदर कुर्सी के लिए जद्दोजहद कर रहे थे, वहीं स्टॉल के बाहर सिड्डू पैक करवाने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी.

heavy crowd in rajni siddu corner in shivratri fair
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू

रजनी सिड्डू कॉर्नर से मशहूर सिड्डू विक्रेता के बारे में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव और अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पहुंचने वाला हर व्यक्ति जानता है. रविवार को ईटीवी भारत के साथ बातचीत में रजनी ने बताया कि उन्होंने ये काम 19 साल पहले शुरू किया था. हालांकि, आज डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है, जिसे पूरा करना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि वे सिर्फ शिवरात्रि और कुल्लू दशहरा मेले में ही स्टॉल लगाती हैं.

वहीं, कुछ उपभोक्ता ने बताया कि वे काफी लंबे समय से रजनी सिड्डू कॉर्नर में सिड्डू खाने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें यहां पारंपरिक व्यंजनों में वैरायटी और क्वालिटी मिलती है.

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू

आपको बता दें कि हिमाचल के पारंपरिक व्यंजन सिड्डू के प्रदेश ही नहीं बल्कि देश-विदेश के लोग भी दिवाने हैं. सिड्डू को खाने की चाह में दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं. सिड्डू पहले कुल्लू में ही तैयार होता था, लेकिन अब ये प्रदेश में कई जगहों में बनाए जाते हैं.

कुल्लू का सिड्डू प्रदेश में काफी फेमस है. इसके साथ ही अप्पर हिमाचल में भी इस व्यंजन को बनाया जाता है. इसे आटे से तैयार किया जाता है. इसमें माह की दाल व ड्राई फ्रूट मिलाकर स्टीम से पकाया जाता है. सिड्डू को लोग आचार और एक खास किस्म की टमाटर, धनिया व पुदीना से तैयार होने वाली चटनी भी बनाई चटनी के साथ खाते हैं और कई जगहों में इसे देसी घी के साथ भी परोसा जाता है.

मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल्स पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है. मेले में सिड्डू, कचौरी और लुच्ची के स्टॉल्स पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं.

बता दें कि रविवार को सबसे ज्यादा भीड़ रजनी सिड्डू कॉर्नर पर देखने को मिली. रजनी सिड्डू कॉर्नर में जहां एक ओर ग्राहक स्टॉल के अंदर कुर्सी के लिए जद्दोजहद कर रहे थे, वहीं स्टॉल के बाहर सिड्डू पैक करवाने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी.

heavy crowd in rajni siddu corner in shivratri fair
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू

रजनी सिड्डू कॉर्नर से मशहूर सिड्डू विक्रेता के बारे में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव और अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पहुंचने वाला हर व्यक्ति जानता है. रविवार को ईटीवी भारत के साथ बातचीत में रजनी ने बताया कि उन्होंने ये काम 19 साल पहले शुरू किया था. हालांकि, आज डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है, जिसे पूरा करना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि वे सिर्फ शिवरात्रि और कुल्लू दशहरा मेले में ही स्टॉल लगाती हैं.

वहीं, कुछ उपभोक्ता ने बताया कि वे काफी लंबे समय से रजनी सिड्डू कॉर्नर में सिड्डू खाने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें यहां पारंपरिक व्यंजनों में वैरायटी और क्वालिटी मिलती है.

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में लोगों को खूब भाया सिड्डू

आपको बता दें कि हिमाचल के पारंपरिक व्यंजन सिड्डू के प्रदेश ही नहीं बल्कि देश-विदेश के लोग भी दिवाने हैं. सिड्डू को खाने की चाह में दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं. सिड्डू पहले कुल्लू में ही तैयार होता था, लेकिन अब ये प्रदेश में कई जगहों में बनाए जाते हैं.

कुल्लू का सिड्डू प्रदेश में काफी फेमस है. इसके साथ ही अप्पर हिमाचल में भी इस व्यंजन को बनाया जाता है. इसे आटे से तैयार किया जाता है. इसमें माह की दाल व ड्राई फ्रूट मिलाकर स्टीम से पकाया जाता है. सिड्डू को लोग आचार और एक खास किस्म की टमाटर, धनिया व पुदीना से तैयार होने वाली चटनी भी बनाई चटनी के साथ खाते हैं और कई जगहों में इसे देसी घी के साथ भी परोसा जाता है.

Intro:रजनी सिडु कॉर्नर में ग्राहकों की लगी लंबी लाइनें, कचोरी और लुच्ची का लुत्फ उठा रहे लोग
मंडी।
देव और मानस के मिलन अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में देव दर्शन के साथ आपको पारंपरिक व्यंजन का लुत्फ उठाने का मौका भी मिलेगा. मेले में सिडु, कचौरी और लुच्ची का स्वाद आपको चखने को मिल सकता है। इन पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल पर लोगों की खासी भीड़ देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा भीड़ रविवार को रजनी सिडु कॉर्नर पर देखने को मिली। जहां एक ओर स्टॉल के अंदर ग्राहक कुर्सी के लिए जद्दोजहद कर रहे थे वही स्टॉल के बाहर सिडु पैक करवाने वालों की भी लंबी कतार लगी हुई है।


Body:रजनी सिडु कॉर्नर के बारे में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव और अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पहुंचने वाला हर कोई व्यक्ति जानता है। रविवार को ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में रजनी ने कहा कि उन्होंने 19 वर्ष पहले यह कार्य शुरू किया था। आज डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है जिसे पूरा करना मुश्किल हो रहा है। रजनी ने बताया कि वह सिर्फ दो ही मेलों में शिवरात्रि और कुल्लू दशहरा में स्टॉल लगाती है। वहीं कुछ उपभोक्ता ने बताया कि वह लंबे रास्ते से सिडु खा रहे हैं। शिवरात्रि बहुत समय उन्हें वैरायटी और क्वालिटी पारंपरिक व्यंजनों में देखने को मिलती है।


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