करसोग: हिमाचल में आराम परस्त जिंदगी की चाह और खानपान की गलत आदतों से ग्रामीण भी अब डायबिटीज और एनीमिया की चपेट में आने लगे हैं. कभी शहरों में अमीर लोगों की बीमारी समझे जाने वाली डायबिटीज से अब ग्रामीण भी जूझ रहे हैं. इसी तरह से खानपान में बरती जाने वाली लापरवाही भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की सेहत को बिगाड़ रही है. ये आंकड़े आयुष विभाग के सुंदरनगर ब्लॉक की ओर से तत्तापानी में लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में सामने आए हैं.
यहां विभाग की ओर से मकर संक्रांति के अवसर पर लगाए गए कैंप में मंडी, शिमला, बिलासपुर, किन्नौर व सोलन जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए करीब 410 लोगों के स्वास्थ्य की जांच हुई. जिसमें 210 लोगों ने डायबिटीज और एचबी की जांच करवाई. इसमें 80 लोगों में डायबिटीज और 70 लोगों में खून की कमी पाई गई. जोकि एक चिंता का विषय है. सुंदरनगर ब्लॉक की एसडीएमओ सुकर्मा शर्मा के नेतृत्व में लगे इस स्वास्थ्य शिविर में मरीजों को निशुल्क दवाईयां भी दी गई. इस दौरान मरीजों को योग से निरोग रहने के भी टिप्स दिए गए.
सबसे अधिक महिलाएं में पाई गई खून की कमी- स्वास्थ्य जांच के दौरान जिन 70 लोगों में खून की कमी पाई गई. इसमें सबसे अधिक 75 फीसदी महिलाएं शामिल थी. जिसमें खून की कमी पाई गई. इसके अतिरिक्त 15 फीसदी बुजुर्गों में खून की कमी पाई गई. इसी तरह से डायबिटीज की जांच में भी चौकाने वाले रिजल्ट सामने आए हैं. महिलाओं और बुजुर्गों के अलावा युवाओं में भी डायबिटीज के लक्षण पाए गए हैं.
एक्सपर्ट की राय- इस दौरान विशेषज्ञों की देखरेख में डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को योग भी कराया गया. यही नहीं डॉ. सुकर्मा शर्मा ने लोगों को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने व खानपान की आदतों में सुधार लाने की भी सलाह दी ताकि भविष्य में डायबिटीज पर समय रहते काबू पाया जा सके. इस दौरान मरीजों को डायबिटीज और खून की कमी को दूर करने के लिए निशुल्क दवाईयां भी दी गई. इसके अतिरिक्त मरीजों को समय-समय पर स्वास्थ्य जांच की भी सलाह दी गई.
कैंप में इन अधिकारी और कर्मचारियों ने लिया भाग- तत्तापानी में आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य कैंप में उप मंडलीय आयुष चिकित्सा अधिकारी सुकर्मा शर्मा, वरिष्ठ आयुष चिकित्सक अधिकारी डॉ. हेमलता, आयुष चिकित्सक अधिकारी डॉ. कल्पना सिंह, आयुष चिकित्सक अधिकारी डॉ. भारतेंदु कौशल, आयुष फार्मेसी अधिकारी चेतराम, आयुष फार्मेसी अधिकारी राकेश, आयुष फार्मेसी अधिकारी रमेश शर्मा, आयुष फार्मेसी अधिकारी प्रताप चौहान, आयुष फार्मेसी अधिकारी रिनेशा कुमारी के अतिरिक्त लोकराम, धर्मपाल व मीनचंद भाग लिया.
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