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मांगों की अनेदखी पर सड़कों पर उतरे फोरलेन प्रभावित, निकाली रोष रैली - Association Kullu Mandi rally

फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि फोरलेन ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. अब टोल प्लाजा स्थापित होने से स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

Fourlane Affected Farmers Association Kullu Mandi rally
फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी रैली
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Published : Mar 1, 2020, 8:10 PM IST

मंडी: मांगों की अनेदखी पर फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी सड़कों पर उतर गया है. रविवार को सैकड़ों किसानों व महिलाओं ने टकोली से लेकर प्रस्तावित टोल प्लाजा तक रोष रैली निकाली. इस दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ भी जोरदार नारेबाजी की गई.

इससे पहले संघ ने मंडी के टकोली में बैठक आयोजित की और आगामी रणनीति बनाई. संघ के टकोली के पास प्रस्तावित टोल प्लाजा का भी विरोध किया है और इसे नियमों के खिलाफ बताया है.

फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि फोरलेन ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. अब टोल प्लाजा स्थापित होने से स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 60 किलोमीटर की दूरी पर ही दूसरा टोल प्लाजा हो सकता है, लेकिन इस नियम को दरकिनार करते हुए डोहलूनाला से केवल 32 किलोमीटर की दूरी पर दूसरा टोल प्लाजा स्थापित किया जा रहा है.

Fourlane Affected Farmers Association Kullu Mandi rally
किसानों व महिलाओं ने टकोली से लेकर प्रस्तावित टोल प्लाजा तक रोष रैली निकाली

नरेश कुमार ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन सरकार के दो साल पूरे होने के बावजूद अभी तक घोषणा धरातल स्तर पर लागू नहीं हो पाई है. इसी के साथ 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी हिमाचल में सरकार लागू नहीं कर पाई हैं, जिससे प्रभावितों में भारी रोष है.

वीडियो

फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि फोरलेन निर्माण के दौरान एनएच पर भारी धूल उड़ रही है. बार बार मामला उठाने के बावजूद एनएचएआई इस मसले पर कुछ नहीं कर रही है. आलम यह है कि इलाके के लोगों को श्वास संबंधी रोग लगना शुरू हो गए हैं.

फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने विस्थापितों का पुर्नवास पुर्नस्थापन करने, जमीन का चार गुणा मुआवजा देने, दुकानदारों को गुडविल देने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने और प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने की मांग उठाई हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगों की अनदेखी की गई तो किसान, बागवान व दुकानदार मिलकर आंदोलन को उग्र करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.

बता दें कि फोरलेन प्रभावितों की मांगों व समस्याओं को सुलझाने के लिए फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी का गठन किया गया. आज हुई बैठक में भी फोरलेन प्रभावितों के कई मुद्दे गूंजे. मांगों को मनवाने के लिए सभी प्रभावितों ने आंदोलन को तेज करने की एकमत हामी भरी.

ये भी पढ़ें: खाकी पर 'दाग', 2 वाहनों की टक्कर मामले में बीएसएल थाना का हेड कॉन्स्टेबल निलंबित

मंडी: मांगों की अनेदखी पर फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी सड़कों पर उतर गया है. रविवार को सैकड़ों किसानों व महिलाओं ने टकोली से लेकर प्रस्तावित टोल प्लाजा तक रोष रैली निकाली. इस दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ भी जोरदार नारेबाजी की गई.

इससे पहले संघ ने मंडी के टकोली में बैठक आयोजित की और आगामी रणनीति बनाई. संघ के टकोली के पास प्रस्तावित टोल प्लाजा का भी विरोध किया है और इसे नियमों के खिलाफ बताया है.

फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि फोरलेन ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. अब टोल प्लाजा स्थापित होने से स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 60 किलोमीटर की दूरी पर ही दूसरा टोल प्लाजा हो सकता है, लेकिन इस नियम को दरकिनार करते हुए डोहलूनाला से केवल 32 किलोमीटर की दूरी पर दूसरा टोल प्लाजा स्थापित किया जा रहा है.

Fourlane Affected Farmers Association Kullu Mandi rally
किसानों व महिलाओं ने टकोली से लेकर प्रस्तावित टोल प्लाजा तक रोष रैली निकाली

नरेश कुमार ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन सरकार के दो साल पूरे होने के बावजूद अभी तक घोषणा धरातल स्तर पर लागू नहीं हो पाई है. इसी के साथ 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी हिमाचल में सरकार लागू नहीं कर पाई हैं, जिससे प्रभावितों में भारी रोष है.

वीडियो

फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि फोरलेन निर्माण के दौरान एनएच पर भारी धूल उड़ रही है. बार बार मामला उठाने के बावजूद एनएचएआई इस मसले पर कुछ नहीं कर रही है. आलम यह है कि इलाके के लोगों को श्वास संबंधी रोग लगना शुरू हो गए हैं.

फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने विस्थापितों का पुर्नवास पुर्नस्थापन करने, जमीन का चार गुणा मुआवजा देने, दुकानदारों को गुडविल देने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने और प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने की मांग उठाई हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगों की अनदेखी की गई तो किसान, बागवान व दुकानदार मिलकर आंदोलन को उग्र करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.

बता दें कि फोरलेन प्रभावितों की मांगों व समस्याओं को सुलझाने के लिए फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी का गठन किया गया. आज हुई बैठक में भी फोरलेन प्रभावितों के कई मुद्दे गूंजे. मांगों को मनवाने के लिए सभी प्रभावितों ने आंदोलन को तेज करने की एकमत हामी भरी.

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