मंडीः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी में 12वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने फेकेलिटी और गैर शिक्षक वर्ग को किया सम्मानित
वहीं, इस मौके पर सांसद राम स्वरूप शर्मा, द्रंग विधायक जवाहर ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष रणवीर ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ने आईआईटी मंडी के शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सम्मानित किया.
आईआईटी मंडी का प्रदेश में होना गर्व की बात
वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि आईआईटी मंडी जैसा बड़ा संस्थान हिमाचल प्रदेश में होना गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव सहायता आईआईटी मंडी की करती आ रही है और आगे भी यह सहयोग जारी रहेगा.
12 वर्ष की उपलब्धियों को बताया
आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर अजित कुमार चतुर्वेदी ने आईआईटी मंडी की 12 वर्ष में दर्ज की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने ने कहा कि आईआईटी मंडी ने कईं समस्याओं से लड़ते हुए इतने कम समय में न सिर्फ भारत वर्ष बल्की विश्व स्तर पर अपना नाम कमाया है. उन्होंने कहा कि आईआईटी मंडी शिक्षा व शोध के साथ ही हिमालय क्षेत्र के लोगों की जीविका व समस्याओं के लिए भी काम कर रही है. हिमाचल सरकार ने दो स्टार्टअप योजनाएं शुरू कर बेहतर प्रयास किया है.
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दीप प्रज्ज्वलित कर की गई समारोह की शुरुआत
समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर की. आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद राम स्वरूप शर्मा व विधायक जवाहर ठाकुर का शॉल-टोपी पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया.
बता दें कि जुलाई 2009 में 19 विद्यार्थियों के पहले बैच से आरंभ आईआईटी मंडी 125 फैकल्टी, 1655 विद्यार्थी हैं जो संस्थान के विभिन्न अंडर ग्रैजुएट, पोस्टग्रेजुएट और रिसर्च प्रोग्राम में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
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