सुंदरनगर: फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर की ट्रेनिंग के लिए देश में छह सेंटर स्थापित किए गए हैं. उनमें से नॉर्थ इंडिया में हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में भी एक फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर ट्रेनिंग सेंटर और कॉलेज वर्ष 2012 में स्थापित किया गया है. तब से लेकर आज तक इस सेंटर से देश के लिए 102 फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर पास आउट हो चुके हैं.
डॉयरेक्टरेट ऑफ फॉरेस्ट इंस्टीट्यूट देहरादून की ओर से देश में छ ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं. जहां पर फॉरेस्ट रेंजर अफसरों को 18 महीने का प्रशिक्षण दिया जाता है. डायरेक्टरेट की गाइडलाइन के अनुसार ही फॉरेस्ट रेंजर अफसरों को ट्रेनिंग दी जाती है. दो फेज में ट्रेनिग शेड्यूल डायरेक्टर की ओर से तय किया गया है. फेज वन में 9 सब्जेक्ट होते हैं. जो कि फॉरेस्ट्री से संबंधित होते हैं और दूसरे चरण में 10 सब्जेक्ट होते हैं. 140 दिनों की टूरिंग रहती है जो कि हर फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर के लिए अनिवार्य होती है. जोकि देश के विभिन्न हिस्सों में करवाई जाती है.
इस ट्रेनिंग के दौरान फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर को वेपन चलाना सहित अन्य विभिन्न प्रकार की साहसिक गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जाती है. अभी तक नॉर्थ इंडिया के इस एकमात्र सेंटर से 4 बैच पास आउट हो चुके हैं और इस सेंटर से देश के लिए अभी तक 102 फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर ट्रेंड करके दिए हैं. पांचवा बैठ बैच अभी हाल ही में बैठा है. जिसमें देश के 40 फॉरेस्ट रेंजर ऑफिसर 18 माह का प्रशिक्षण हासिल करेंगे. वहीं, दूसरी ओर सुबह के समय पीटीआई बेसारी राम प्रशिक्षुओं को रोजाना एक्सरसाइज करके उनका शारीरिक और मानसिक तौर से मार्गदर्शन करने में जुटे हुए हैं.
जानकारी देते हुए फोरेस्टर ट्रेनिंग सेंटर सुंदरनगर के डायरेक्टर डॉ किरूपसंकर ने बताया की यहाँ पर देश के विभिन राज्यो के रेजर ऑफिसर को 18 महीने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिन्हें 18 महीनो में देश के अलग अलग राज्यो का भ्रमण करवाया जाता है अभी तक 4 बैच में 102 रेजर ऑफिसर इस ट्रेनिंग सेंटर से पास ऑउट हो चुके है.
वहीं, फोरेस्टर ट्रेनिंग सेंटर सुंदरनगर की डिप्टी डायरेक्टर पारुल सूद ने बताया की डायरेक्टरेट ऑफ फॉरेस्ट इंस्टीट्यूट देहरादून की गाइडलाइन के अनुसार यहाँ पर फॉरेस्ट रेंजर अफसरों को 18 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है और यह ट्रेनिग दो फेज में दी जाती है.
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