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बारिश को तरसे गेहूं के खेत, सूखती फसल देख मुरझाए अन्नदाता के चेहरे

मंडी में सरकाघाट के किसान बारिश न होने की वजह से मायूस हो गए हैं. किसानों के खेतों में लगी गेहूं की फसल अब दम तोड़ने लगी है.

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Published : Feb 26, 2021, 12:14 PM IST

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मंडी/सरकाघाट: लंबे समय से बारिश न होने के चलते गेहूं की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है. सरकाघाट क्षेत्र की कई पंचायतों में गेहूं की फसल सिंचाई नहीं होने के चलते सूख रही है. इन पंचायतों में बलद्वाड़ा, खुड़ला, भांबला, हरि बैहना, नबाही आदि पंचायतें शामिल हैं.

बढ़ती मंहगाई के बीच बढ़ी किसानों की चिंता

खेतों में सूखती हुई फसल देखकर किसानों को चिंता सता रही है कि वह किस तरह से इस महंगाई में गुजारा करेंगे. किसानों का कहना है कि उनकी मेहनत की कमाई पर पानी फिर गया है और अगर अब भी बारिश नहीं होती तो पशुओं को भी चारे के लाले पड़ जाएंगे.

मुश्किल समय में किसानों ने सरकार से मांगी मदद

किसानों ने बताया कि कई महीने गुजर गए मगर अब तक बारिश नहीं हुई है. कई खेतों में तो गेहूं की फसल सूखने वाली है. अब तो ये नजर आ रहा है कि किसानों ने जो खेतों की बीजाई पर खर्च किया वह भी हासिल नहीं होगा. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि ऐसी स्थिति में किसानों की मदद की जाए.

किसानों को यूरिया का छिड़काव करने की सलाह

विभाग की मानें तो बारिश नहीं होने के चलते गेहूं पीली हो रही है. विभाग की ओर से पीली हो रही फसल पर किसानों को यूरिया का छिड़काव करने की भी सलाह दी जा रही है. एसएमएस सरकाघाट भूप सिंह ने का कहना है कि सूख रही फसल के लिए सिंचाई होना बहुत जरूरी है. सिंचाई होने के बाद नाइट्रोजन खाद से फसल ठीक हो सकती है.

ये भी पढ़ें: बदलते मौसम चक्र से पर्यावरण विशेषज्ञ चिंतित, औसत से कम हुई बर्फबारी से नहीं बढ़ा ग्लेशियरों का दायरा

मंडी/सरकाघाट: लंबे समय से बारिश न होने के चलते गेहूं की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है. सरकाघाट क्षेत्र की कई पंचायतों में गेहूं की फसल सिंचाई नहीं होने के चलते सूख रही है. इन पंचायतों में बलद्वाड़ा, खुड़ला, भांबला, हरि बैहना, नबाही आदि पंचायतें शामिल हैं.

बढ़ती मंहगाई के बीच बढ़ी किसानों की चिंता

खेतों में सूखती हुई फसल देखकर किसानों को चिंता सता रही है कि वह किस तरह से इस महंगाई में गुजारा करेंगे. किसानों का कहना है कि उनकी मेहनत की कमाई पर पानी फिर गया है और अगर अब भी बारिश नहीं होती तो पशुओं को भी चारे के लाले पड़ जाएंगे.

मुश्किल समय में किसानों ने सरकार से मांगी मदद

किसानों ने बताया कि कई महीने गुजर गए मगर अब तक बारिश नहीं हुई है. कई खेतों में तो गेहूं की फसल सूखने वाली है. अब तो ये नजर आ रहा है कि किसानों ने जो खेतों की बीजाई पर खर्च किया वह भी हासिल नहीं होगा. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि ऐसी स्थिति में किसानों की मदद की जाए.

किसानों को यूरिया का छिड़काव करने की सलाह

विभाग की मानें तो बारिश नहीं होने के चलते गेहूं पीली हो रही है. विभाग की ओर से पीली हो रही फसल पर किसानों को यूरिया का छिड़काव करने की भी सलाह दी जा रही है. एसएमएस सरकाघाट भूप सिंह ने का कहना है कि सूख रही फसल के लिए सिंचाई होना बहुत जरूरी है. सिंचाई होने के बाद नाइट्रोजन खाद से फसल ठीक हो सकती है.

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