मंडी: प्रदेश में पिछले दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी की वजह सूबे के अधिकतर क्षेत्र शीतलहर की चपेट में हैं. जिला मंडी के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण दर्जनों सड़कें बंद हो गई हैं. हिमपात की वजह से कई जगह बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो चुकी है.
खराब मौसम से निपटने के लिए प्रशासन चौकस है, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के चलते जिला प्रशासन को भी बार-बार राहत बचाव कार्यों को रोकना पड़ रहा है. भारी बर्फबारी की चपेट में आए जिला मंडी के कई क्षेत्रों में दूध, ब्रेड और सब्जियों की सप्लाई बंद हो गई है. जिसके चलते लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि कड़ाके की ठंड से देव पराशर और कमरूनाग झीलें जम चुकी है. जिला मंडी के ऊंचे क्षेत्रों में प्रशासन ने पहले से ही आवाजाही पर प्रतिबंध लगा रखा है. खराब मौसम के चलते शिकारी देवी में चार फीट, भुलाह 35 सेंटीमीटर, जंजैहली में आठ सेंटीमीटर, गाड़ागेशैणी दो फीट, शैटाधार 45 सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक भारी बर्फबारी एवं बारिश से सेगली-पराशर, गाड़ागुशैणी से तफनाली घाट, दतराड़ी से गाड़ागुशैणी, थाची से डिडर, थाना से समलवास, जंजैहली-छतरी-मगरूगला, छतरी-जंजैहली वाया लस्सी, जंजैहली-राजगढ़-बखरौट, सुरड से माहूधार, माहूधार-नलबागी, नलबागी से सलोट और खनेटी से खूहण एवं बरोट से मियोट सड़कें बंद हो गई हैं.
खराब मौसम के चलते जिला मंडी में बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. बालीचौकी में 28 काम करना बंद कर चुके हैं. यहां दो दिनों से लोग कड़ाके की ठंड में अंधेरे में समय गुजार रहे हैं. वहीं, गाड़ागुशैणी, खोली, तपनाली, सुकेती, पाली, छावाटन, रोड़ाटन, थाटा में बिजली आपूर्ति बंद पड़ी है.
हलांकि प्रशासन ने गोहर और थुनाग में 12 ट्रांसफार्मर्स को ठीक कर दिया गया है, लेकिन यहां अभी भी 9 ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं. जिला भर में बार-बार बिजली कट लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है. बर्फबारी की वजह से राहत कार्य भी प्रभावित हुए हैं. डीसी ने कहा कि मौसम साफ होते ही जरूरी सेवाओं को समय रहते बहाल कर दिया जाएगा.