ETV Bharat / state

200 फीट गहरी खाई में फंसा था कुत्ते का बच्चा, कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया बाहर

सुदंरनगर में सतलुज नदी के पास लगभग 200 फीट गहरी खाई में फंसे कुत्ते के बच्चे का रेस्क्यू किया गया. जिला परिषद बिलासपुर की अध्यक्ष कुमारी मुस्कान के प्रयासों से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. रेस्क्यू के दौरान ग्राम पंचायत डैहर के कुछ लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे सतलुज नदी में उतरे और वहां से कुत्ते के बच्चे को बड़ी कुशलता पूर्वक बाहर निकाला.

Photo
फोटो
author img

By

Published : Jun 30, 2021, 6:29 PM IST

सुंदरनगर: बरमाणा से डैहर संपर्क मार्ग के साथ लगती सतलुज नदी के पास लगभग 200 फीट गहरी खाई में एक कुत्ते का बच्चा पिछले 3 दिनों से भूखा प्यासा था. जैसे ही इसकी सूचना जिला परिषद बिलासपुर की अध्यक्ष कुमारी मुस्कान को मिली तो वह अपने पिता और ग्राम पंचायत डैहर के कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंची. साथियों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और बड़ी मशक्कत के बाद कुत्ते के बच्चे को सकुशल निकाल लिया गया.

जान जोखिम में डालकर कुत्ते के बच्चे का रेस्क्यू

कुमारी मुस्कान का कहना है कि ग्राम पंचायत डैहर के ललित कुमार, नरेश कुमार और हंसराज अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे सतलुज नदी में उतरे और वहां से कुत्ते के बच्चे को बड़ी कुशलता पूर्वक बाहर निकाला. कुमारी मुस्कान का कहना है कि वह खुद भी पशु एवं पक्षियों से बहुत प्यार करती हैं. उनका कहना है कि वह बचपन से ही अपने पिता के द्वारा घायल गाय और बैलों की सेवा से प्रभावित थीं. बुधवार को जो रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया, उसको देख कर वह सभी लोगों से बहुत प्रभावित हुई और रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया.

सुंदरनगर: बरमाणा से डैहर संपर्क मार्ग के साथ लगती सतलुज नदी के पास लगभग 200 फीट गहरी खाई में एक कुत्ते का बच्चा पिछले 3 दिनों से भूखा प्यासा था. जैसे ही इसकी सूचना जिला परिषद बिलासपुर की अध्यक्ष कुमारी मुस्कान को मिली तो वह अपने पिता और ग्राम पंचायत डैहर के कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंची. साथियों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और बड़ी मशक्कत के बाद कुत्ते के बच्चे को सकुशल निकाल लिया गया.

जान जोखिम में डालकर कुत्ते के बच्चे का रेस्क्यू

कुमारी मुस्कान का कहना है कि ग्राम पंचायत डैहर के ललित कुमार, नरेश कुमार और हंसराज अपनी जान को जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे सतलुज नदी में उतरे और वहां से कुत्ते के बच्चे को बड़ी कुशलता पूर्वक बाहर निकाला. कुमारी मुस्कान का कहना है कि वह खुद भी पशु एवं पक्षियों से बहुत प्यार करती हैं. उनका कहना है कि वह बचपन से ही अपने पिता के द्वारा घायल गाय और बैलों की सेवा से प्रभावित थीं. बुधवार को जो रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया, उसको देख कर वह सभी लोगों से बहुत प्रभावित हुई और रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया.

ये भी पढ़ें: मंडी उपचुनाव जरूरत से ज्यादा महत्वपूर्ण, एकजुटता से कार्य करें कांग्रेस कार्यकर्ता: संजय दत्त

ये भी पढ़ें: जेपी नड्डा के गृह जिले में सुलगी बगावत की चिंगारी, क्या पार्टी अध्यक्ष के दरबार में फटेगा ये 'ज्वालामुखी'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.