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सराज: हजारों लोगों की भीड़ ने आराध्य देवता देव श्री मतलोड़ा के दरबार में लगाई हाजिरी - सराज में आराध्य बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का होम जाग

मंडी जिले की सराज घाटी के देव मतलोड़ा में बुधवार को हजारों लोगों की भीड़ ने अपने आराध्य देवता देव श्री मतलोड़ा के दरबार में हाजरी हाजिरी लगाई. इस दौरान च्यौठ नामक स्थान से अपने सात हार के कारकरिंदों और दर्जनों जोड़ी ढोल नगाड़े के साथ मूल स्थान देव काढां के लिए रवाना हुए. पढ़ें पूरी खबर.. (Dev Matloda Hoom In Seraj ghati)

Bada Dev Matloda Rishi hoom Jag in Saraj
सराज में आराध्य बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का होम जाग
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 1, 2023, 9:17 PM IST

सराज: सराज घाटी के अराध्य देव बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का वार्षिक होम मंगलवार रात और बुधवार को धूमधाम से मनाया गया. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया. बुधवार सुबह ही करीब सवा 5 बजे को देव मतलोड़ा देवरथ हर साल की भांति अपनी मूल कोठी च्यौठ नामक स्थान से अपने सात हार के कारकरिंदों और दर्जनों जोड़ी ढोल नगाड़े के साथ भव्य जलेब के साथ मूल स्थान देव काढां के लिए रवाना हुए.

बता दें कि दो घंटे की खड़ी चढ़ाई के बाद बिना विश्राम के अपने साथ हार के देवलुओं संग अपने मूल स्थान देव काढां खरसू के करीब सौ मीटर दूर पहुंचे जहां देव रथ को तैयार किया गया था. देव रथ को हर वर्ष की तरह मूल स्थान से सौ मीटर दूर देवता को पूरे हार शृंगार गहनों सहित तैयार किया गया. देव रथ के मंदिर पहुंचने पर देवता कार्रवाई करने के बाद ही मुंडन शुरू किया गया. देवता ने अपने मूल स्थान जाने से पहले अपने देओरे की परिक्रमा की जिसके बाद देवता ने अपने मूल स्थान पर नमस्तक होने के बाद अपने देओरे में विराजमान हुए.

BADA DEV MATLODA RISHI HOOM JAAG
आराध्य बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का होम जाग

एक दिन में हुए सैकड़ों मुंडन होम की विशेषता: देव मतलोड़ा के वार्षिक होम में सराजघाटी के अलावा मंडी, बल्ह, नाचन, करसोग, पंडोह और कुल्लू जिला समेत बाह्य सराज से भी देवता के भक्तों ने माथा टेक कर हाजिरी लगाई. सराजघाटी की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने भी होम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. वहीं, देवता के गूर भाग सिंह ने बताया कि देवता का होम शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है. उन्होंने बताया कि हजारों लोग देवता के वार्षिक होम के गवाह बने.

BADA DEV MATLODA RISHI HOOM JAAG
हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

देव मतलोड़ा कौन हैं ?: बता दें कि सराज घाटी में देव मतलोड़ा को बड़ा देव के नाम से जाना जाता है. विष्णु स्वरूप सराज के अराध्य देव बड़ा मतलोड़ा पर जिला मंडी और कुल्लू के लोगों में अटूट आस्था विश्वास है. देव मतलोड़ा मंडी जिले के सराज क्षेत्र से हैं इसकी मूल कोठी भाटकीधार पंचायत के च्यौठ गावुमे स्थित है. मंडी जिला का एक मात्र देवता है जिन्हे 7 हारो मे बाटां गया है जिसमें करीब 40 ग्राम पंचायत के करीब 8 हजार परिवार शामिल हैं.

Bada Dev Matloda Rishi hoom Jag in Saraj
हर साल आयोजित किया जाता है उत्सव

देव मतलोड़ा के गूर भाग सिंह ठाकुर ने बताया कि देव मतलोड़ा बड़ा देव विष्णु भगवान का रूप है. जिला के सबसे ज्यादा भूमि के मालिक देव मतलोड़ा सालों पहले देव मतलोड़ा की 14 हारे थी कुछ साल बाद देवता की 7 हारीयो की कारदारों ने शिकावरी पंचायत में एक अलग से दूसरे रथ का निमार्ण करवाया था. उन्होंने भी अपने देवता का नाम शिकारी मतलोड़ा रखा है.

ये भी पढ़ें: Karsog Kamaksha Temple: करसोग में विद्यमान है 10 महाविद्याओं की देवी, साल में एक बार अष्टमी की रात भक्तों को दर्शन देगीं माता कामाक्षा

सराज: सराज घाटी के अराध्य देव बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का वार्षिक होम मंगलवार रात और बुधवार को धूमधाम से मनाया गया. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया. बुधवार सुबह ही करीब सवा 5 बजे को देव मतलोड़ा देवरथ हर साल की भांति अपनी मूल कोठी च्यौठ नामक स्थान से अपने सात हार के कारकरिंदों और दर्जनों जोड़ी ढोल नगाड़े के साथ भव्य जलेब के साथ मूल स्थान देव काढां के लिए रवाना हुए.

बता दें कि दो घंटे की खड़ी चढ़ाई के बाद बिना विश्राम के अपने साथ हार के देवलुओं संग अपने मूल स्थान देव काढां खरसू के करीब सौ मीटर दूर पहुंचे जहां देव रथ को तैयार किया गया था. देव रथ को हर वर्ष की तरह मूल स्थान से सौ मीटर दूर देवता को पूरे हार शृंगार गहनों सहित तैयार किया गया. देव रथ के मंदिर पहुंचने पर देवता कार्रवाई करने के बाद ही मुंडन शुरू किया गया. देवता ने अपने मूल स्थान जाने से पहले अपने देओरे की परिक्रमा की जिसके बाद देवता ने अपने मूल स्थान पर नमस्तक होने के बाद अपने देओरे में विराजमान हुए.

BADA DEV MATLODA RISHI HOOM JAAG
आराध्य बड़ा देव मतलोड़ा ऋषि का होम जाग

एक दिन में हुए सैकड़ों मुंडन होम की विशेषता: देव मतलोड़ा के वार्षिक होम में सराजघाटी के अलावा मंडी, बल्ह, नाचन, करसोग, पंडोह और कुल्लू जिला समेत बाह्य सराज से भी देवता के भक्तों ने माथा टेक कर हाजिरी लगाई. सराजघाटी की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने भी होम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. वहीं, देवता के गूर भाग सिंह ने बताया कि देवता का होम शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है. उन्होंने बताया कि हजारों लोग देवता के वार्षिक होम के गवाह बने.

BADA DEV MATLODA RISHI HOOM JAAG
हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

देव मतलोड़ा कौन हैं ?: बता दें कि सराज घाटी में देव मतलोड़ा को बड़ा देव के नाम से जाना जाता है. विष्णु स्वरूप सराज के अराध्य देव बड़ा मतलोड़ा पर जिला मंडी और कुल्लू के लोगों में अटूट आस्था विश्वास है. देव मतलोड़ा मंडी जिले के सराज क्षेत्र से हैं इसकी मूल कोठी भाटकीधार पंचायत के च्यौठ गावुमे स्थित है. मंडी जिला का एक मात्र देवता है जिन्हे 7 हारो मे बाटां गया है जिसमें करीब 40 ग्राम पंचायत के करीब 8 हजार परिवार शामिल हैं.

Bada Dev Matloda Rishi hoom Jag in Saraj
हर साल आयोजित किया जाता है उत्सव

देव मतलोड़ा के गूर भाग सिंह ठाकुर ने बताया कि देव मतलोड़ा बड़ा देव विष्णु भगवान का रूप है. जिला के सबसे ज्यादा भूमि के मालिक देव मतलोड़ा सालों पहले देव मतलोड़ा की 14 हारे थी कुछ साल बाद देवता की 7 हारीयो की कारदारों ने शिकावरी पंचायत में एक अलग से दूसरे रथ का निमार्ण करवाया था. उन्होंने भी अपने देवता का नाम शिकारी मतलोड़ा रखा है.

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