सुंदरनगर: प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में पंचायतों के पुनर्गठन की कवायद से ग्राम पंचायतों में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस दौरान प्रस्तावों को चुनौती देने वाले भी खुलकर सामने आ गए हैं. लोग भी सरकार पर कुछ पंचायतों का क्षेत्रफल अधिक होने के बावजूद भी उन्हें विभाजित नहीं किए जाने का आरोप लगा रहे हैं.
वहीं, ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल कांगू पंचायत को दो भागों में बांटने की मांग को लेकर डीसी मंडी ऋग्वेद सिंह ठाकुर से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने डीसी मंडी को अपनी मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा. वहीं, अब मामले में सुंदरनगर के पूर्व विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य सोहन लाल ठाकुर भी सामने आ गए हैं.
पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि ग्राम पंचायत कांगू का एक प्रतिनिधिमंडल नई ग्राम पंचायत देहवी बनाने की मांग को लेकर मिला है. इसके समर्थन में लगभग 300 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मांगें जिलाभर से सामने आ रही हैं. इस मामले को कांग्रेस पार्टी ने उठाया था.
सोहन लाल ठाकुर ने आरोप लगाया कि पंचायतों के पुनर्गठन मे चूज एंड पिक के आधार पर भेदभाव किया गया है. संपूर्ण प्रदेश में पुनर्गठन को लेकर सही प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है.
कांगू ग्राम पंचायत के देहवी गांव के रहने वाले दुर्गा सिंह ठाकुर ने कहा कि कांगू पंचायत में तीन वार्ड बहुत बड़े हैं. पंचायतों के पुनर्गठन को लेकर उनके पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई थी. इस कारण गांववासी इससे अनिभिज्ञ रहे. उन्होंने कहा कि देहवी की जनसंख्या लगभग 2200 और कुल वोटर 850 है. उन्होंने कहा कि जब हिमाचल में बड़ी पंचायतों का विभाजन हो रहा है तो उनकी पंचायत का विभाजन भी किया जाए.
जिला मंडी में पंचायतों के पुनर्गठन के मामले को पहले ही कांग्रेस पार्टी ने कटघरे में खड़ा कर दिया है. इसके बाद अधिक क्षेत्रफल और जनसंख्या होने के बावजूद पंचायत का विभाजन नहीं करने के कारण ग्रामवासियों में रोष से कांग्रेस को भी सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है.
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