मंडीः पधर क्षेत्र के गरलोग गांव निवासी राकेश कुमार का शव एक वर्ष बाद बड़ाभंगाल क्षेत्र के मुराला जोत से बरामद हुआ है. भेड़पालक राकेश कुमार का शव मिलने की सूचना मिलते ही परिजन और पुलिस मुराला जोत की ओर रवाना हो गए हैं और मंगलवार सुबह तक मुराला जोत पहुंच सकते हैं. मृतक भेड़पालक के परिवार के सदस्य बरोट क्षेत्र के सरमाणी गांव में रहते हैं. मुराला जोत में मौजूद भेड़पालकों ने राकेश का शव मिलने की सूचना पहाड़ी में मोबाइल संपर्क न होने के बावजूद पैदल चलकर सरमाणी गांव तक पहुंचाई.
बता दें कि 22 सितम्बर 2018 की रात को भेड़पालक राकेश कुमार (26) पुत्र सिद्धू राम अपनी भेड़ बकरियों और एक अन्य साथी के साथ मुराला जोत को पार कर रहा था. पहाड़ी पर भारी मात्रा में हिमपात होने और गलेशियर गिरने से राकेश कुमार वहीं फंस गया. दोनों भेड़-पालकों की सैंकड़ों भेड़-बकरियां गलेशियर में दब कर मर गई. साथी भेड़-पालक इंद्रपाल ने पीछे की ओर हट कर बड़ाभंगाल क्षेत्र पहुंचकर अपनी जान बचाई थी. जिसे बाद में रेस्क्यू कर चंबा से सुरक्षित बाहर निकाला गया था. राकेश की तलाश के लिए दो बार हैलीकाप्टर भी भेजा गया था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई थी.
पुलिस प्रशासन द्वारा एसडीएम बैजनाथ को भी सूचना दे दी गई है. मृतक के पिता सिद्धू राम जो इन दिनों बरोट क्षेत्र में भेड़ बकरियां चराने गए हैं ने भी अपने तीनों बेटों को राकेश के शव का अंतिम संस्कार मुराला जोत में ही करने की अनुमति दी है. मृतक के शव को मुराला जोत की पहाड़ी से बाहर निकालना असंभव है. बर्फ के कारण संपर्क मार्ग टूट चुका है. मुराला जोत गए लोगों के वापिस लौटने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी.