मंडीः उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए कुछ पाबंदियां लगाई हैं. यह समय बड़े आयोजनों का नहीं है. अन्य जिलों व राज्यों के हालात को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंडी जिला में भी आने वाले दिनों में कोरोना मामलों में वृद्धि हो सकती है. ऐसे में पहले से अधिक सतर्क रहने व सावधानी बरतने की जरूरत है. इन पाबंदियों का मकसद संक्रमण से लोगों का बचाव व सुरक्षा करना है. उन्होंने लोगों से कोविड अनुरूप व्यवहार करने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन करने का आग्रह किया.
उपायुक्त ने दी जानकारी
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला में कई जगह देखा गया कि प्रशासनिक उड़न दस्तों को शादी आयोजनों के औचक निरीक्षण में एक समय में तो 50 ही लोग मिले, लेकिन वहां खाना 500 से 1000 लोगों का बनता हुआ पाया गया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग अलग-अलग समय पर वहां आकर इकट्ठा हो रहे थे.
आयोजनों पर पाबंदी जरूरी
इस प्रकार के एकत्रण से संक्रमण फैलने का खतरा बहुत बढ़ जाता है. इसलिए ऐसे आयोजनों पर पाबंदी जरूरी थी. उन्होंने कहा कि पहली मई से शादी अथवा अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में धाम व सामूहिक भोज के आयोजनों की मनाही रहेगी.
देवी-देवताओं की शोभा यात्राओं पर रोक
जिला में देवी-देवताओं की शोभा यात्राओं के आयोजनों को 28 अप्रैल सायं से ही पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है. इसे लेकर आदेश जारी किए जा चुके हैं. जिला में अपने घरों अथवा धार्मिक स्थानों में भी ऐसे पूजा, पाठ या भंडारे के आयोजनों को प्रतिबंधित किया गया है जिनमें लोगों का जमावड़ा हो. आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. यह ऑर्डर आगामी आदेश तक लागू रहेंगे.
बड़े आयोजनों पर लगेगी पाबंदी
उपायुक्त ने लोगों से सरकार व प्रशासन के दिशा निर्देशों का पूरा पालन करने का आग्रह किया ताकि संक्रमण के खतरे से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि जिला में शादी या अन्य कार्यक्रम सूक्ष्म तरीके से तो होते रहेंगे परंतु धाम और बड़े आयोजन आगे के लिए टाले जा सकते हैं.
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