मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपाशा सदन मंडी में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान सीएम जयराम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विकास परियोजनाओं का कार्य तय समय सीमा में पूरा किया जाए ताकि परियोजनाओं की लागत न बढ़े और समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों तक इन परियोजानाओं का लाभ मिल सके. डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने बैठक की कार्रवाई का संचालन किया.
वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि विभिन्न विभागों के पास बिना खर्च की गई लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की धनराशि पड़ी है, जिसे चिन्हित कर विकास परियोजनाओं पर खर्च किया जाना चाहिए. कांगड़ा के बाद मंडी प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है और इसमें कोविड-19 महामारी से निपटने में सराहनीय कार्य किया है.
बरसात के मौसम में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की संभावना है, इसलिए हर संभव बचाव बरतने की आवश्यकता है. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में सड़कों का उचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए और उन परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए, जो निर्माण के अंतिम चरण में हैं.
मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को फिर से गति देने के लिए राज्य सरकार ने अनलाॅक-4 में कई रियायतें दी हैं. इसे देखेते हुए हमें और सतर्क रहना चाहिए और मास्क के प्रयोग के साथ-साथ परस्पर दूरी बनाए रखना चाहिए ताकि इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके. मुख्यमंत्री जयराम ने इससे पूर्व कांगनीधार में निर्माणाधीन संस्कृति सदन का निरीक्षण किया और अधिकारियों को इसका निर्माण समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए.
साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान गरीब आवासहीन लोगों के लिए विभिन्न आवास योजनाओं के तहत लगभग 10 हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जो अपने आप में एक रिकाॅर्ड है. मंडी जिला में पिछले अढ़ाई वर्षों के दौरान 14 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर एक हजार से अधिक लोगों को विभिन्न आवास योजनाओं के तहत लाभान्वित किया गया है. जिले में 1,04,869 को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है, जिसके लिए इस वर्ष 156 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. पिछले लगभग तीन वर्षों में जिला में पेंशन के 31 हजार 530 मामले स्वीकृत किए गए हैं.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कोरोना की स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि जिले में 400 से अधिक लोगों कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं और कोविड-19 के कारण अब तक सात मौतें हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि मंडी जिला में कोविड-19 की रोकथाम के लिए योजना तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि 25 कोरोना योद्धा भी पाॅजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से 24 ठीक हो गए हैं और केवल एक उपचाराधीन है. बैठक में एडीएम श्रवण मांटा, पुलिस अधीक्षक मण्डी शालिनी अग्निहोत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे.
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