सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद सुंदरनगर में कर्मचारियों का भारी टोटा है. आलम ये है कि 1 मई से यहां सिर्फ 4 स्थायी पदों पर ही कर्मचारी या अधिकारी होंगे. क्योंकि नगर परिषद के कई पद खाली चल रहे जिसके कारण शहर में नगर परिषद में साफ सफाई से लेकर रोजमर्रा के कार्य और ऑफिस में होने वाले कार्य भी सुचारू रूप से नहीं हो पा रहे हैं.
नगर परिषद की जनसंख्या करीब 45 हजार है और नगर परिषद कार्यालय में सिर्फ 4 ही रेगुलर कर्मचारी होंगे. सोमवार से यहां सिर्फ एक जेई, एक क्लर्क, एक अकाउंट डिपार्टमेंट का कर्मचारी मौजूद मिलेगा. नगर परिषद में कुल 96 पद हैं जिनमें से 55 पद खाली पड़े हैं. नगर परिषद में कुल 39 रेगुलर पद हैं, इनमें से फिलहाल 34 पद खाली हैं. लेकिन एक और कर्मचारी 30 अप्रैल को रिटायर हो जाएगा. जिसके बाद खाली रेगुलर पदों की संख्या 35 हो जाएगी और कार्यालय का कामकाज सिर्फ 4 लोगों के सहारे चलेगा. नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया कि वो सरकार से इसे लेकर आग्रह कर चुके हैं.
नगर परिषद में कुल 96 पद है जिनमें से 39 रेगुलर पदों के अलावा अन्य 57 पद भी हैं. लेकिन कुल 96 में से 55 पद खाली हैं. वर्तमान में कार्यकारी अधिकारी सहित सीनियर असिस्टेंट के 2, जूनियर इंजीनियर, सेनिटेरी इंस्पेक्टर, क्लर्क, कम्यूनिटी आर्गेनाइजर, फीटर, लाईब्रेरी अटेंडेंट, कैटल पाउंड अटेंडेंट, चौकीदार के एक-एक पद खाली हैं. इसके अलावा ड्राइवर के 2, मिस्त्री के 4, माली के 2, चौकीदार के 20 और बेलदार के 18 पदों सहित कुल 55 पद खाली चल रहे हैं.
इतने पद खाली होने से कार्यालय के अंदर के काम और शहर में होने वाले साफ सफाई से लेकर अन्य कार्य करना बेहद मुश्किल हो गया है. पिछले करीब 6 महीनों से यही स्थिति बनी हुई है. पिछले चार माह से कार्यकारी अधिकारी का पद रिक्त चल रहा है. जिसके चलते ये कार्यभार एसडीएम सुंदरनगर देख रहे हैं लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद यह पद भी खाली है. ऐसे में नगर परिषद के माध्यम से होने वाले विकास कार्य भी अब अधर में लटक गए हैं. नगर परिषद में इस समय ड्राफ्समैन, अकाउंटेंट, कनिष्ठ अभियंता और एक क्लर्क सहित एक अन्य कर्मचारी कार्यरत है. इनमें से भी सुपरवाइजर राजेंद्र सेन सेवानिवृत हो जाएंगे. जिसके बाद नगर परिषद में मात्र चार स्थाई कर्मचारी ही शेष रह जाएंगे.
नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि स्टाफ की कमी को लेकर सरकार से लेकर नेताओं तक ये विषय पहुंचाया गया है. क्योंकि अनेको पोस्ट खाली होने के कारण नगर परिषद में कार्य करना बहुत मुश्किल है. सुंदरनगर की जनता की सुविधा के लिए पद जल्द से जल्द भरने होंगे, क्योंकि बिना स्टाफ के विकास कार्यों से लेकर रोजमर्रा के काम करना तक मुश्किल है.
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