मंडी: साल 2022 में मंडी के जोगिंदर नगर से जाली दस्तावेज के साथ पकड़ी गई चीनी महिला को अदालत ने दोषी करार देते हुए सवा चार महीने की सजा और 2 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है. ये महिला 4 महीने से ज्यादा सजा पूरी कर चुकी है. अगले हफ्ते सजा पूरी होने के बाद महिला को चीनी गवर्नमेंट को सौंपा जाएगा. बता दें कि मंडी जिला पुलिस ने जोगिंदर उपमंडल के तहत चौंतड़ा के तिब्बती मॉनेस्ट्री से साल 22 अक्टूबर 2022 की रात को इस चीनी महिला को अरेस्ट किया था.
ये चीनी महिला फर्जी दस्तावेजों के साथ खुद को नेपाली मूल की बताकर सितंबर 2022 से तिब्बती मॉनेस्ट्री में रह रही थी. यह महिला यहां पर बौद्ध धर्म की शिक्षा ग्रहण करने यहां आई थी. पुलिस को जब इस महिला के नेपाली ना होने की भनक लगी तो उसके कमरे की तलाशी की गई. तलाशी के दौरान पुलिस को उसके कमरे से कुछ Suspicious Document भी मिले, जिममें कुछ दस्तावेज चीन और नेपाल के थे. दोनों दस्तावेजों में महिला की अलग-अलग उम्र लिखी गई थी. वहीं, महिला के पास 6 लाख 40 हजार भारतीय व 1 लाख 10 हजार की नेपाली करंसी भी बरामद हुई थी.
इस महिला के पास पुलिस को 2 मोबाइल फोन भी मिले थे. इन्हीं संदिग्ध बातों को ध्यान में रखते हुए उक्त महिला को गिरफ्तार किया था. इस महिला को 23 अक्टूबर 2022 को जोगिंदर नगर की अदालत में पेश किया गया था. वहीं, केंद्र सरकार को भी इसकी सारी जानकारी भेजी गई थी. 4 महीने चली अदालत की कार्रवाई के बाद उक्त महिला को अदालत ने सवा 4 महीने की सजा सुनाई है.
महिला को किया जाएगा डिपोर्ट: वहीं, पुलिस अब इस महिला को चीन डिपोर्ट करेगी. एएसपी सागर चंद्र शर्मा ने कहा कि चीनी महिला को न्यायालय की ओर से 131 दिन की जेल और 2,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है. महिला की सजा 6 मार्च को पूरी होगी. इसके बाद इसे चीन डिपोर्ट कर दिया जाएगा. जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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