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पांच बेटियों की मां का दुख देख पसीजा सीएम जयराम का दिल, दो लाख की सहायता राशि जारी - सीएम जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) के करसोग दौरे के दौरान वीरवार सुबह पांच बेटियों की मां अपना दुख लेकर सीएम जयराम से मिलने आई थी. महिला के पति एचआरटीसी बस में चालक थे. पति की मौत होने के बाद सीमा कुमारी (Seema Kumari) के सामने पांच बेटियों के पालन पोषण की समस्या खड़ी हो गई थी. सीएम ने भी पांच बेटियों की मां की पीड़ा को महसूस किया और 2 लाख की आर्थिक सहायता मंजूर की. इसके साथ सीमा कुमारी को अन्य सहायता का भी आश्वासन दिया है.

Chief Minister Jai Ram Thakur released two lakh help to the woman in Karsog
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Published : Jul 29, 2021, 3:27 PM IST

Updated : Jul 29, 2021, 5:07 PM IST

मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) के करसोग दौरे के दौरान एक बार फिर उनका मानवीय चेहरा सामने आया है. दो दिवसीय प्रवास के दौरान वीरवार सुबह पांच बेटियों की मां अपना दुख लेकर सीएम जयराम से मिलने आई थी. महिला के पति एचआरटीसी बस में चालक थे. पति की मौत होने के बाद परिवार के सिर पर से मुखिया का साया उठ गया था.

ऐसे में डाकखाना शोरशन के खडून गांव की सीमा कुमारी (Seema Kumari) के सामने पांच बेटियों के पालन पोषण की समस्या खड़ी हो गई थी. इस कष्टकारी समय में दुखयारी मां पांच बेटियों के साथ चिंडी स्थित लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची और सिर पर से पति का साया उठने से उपजी पीड़ा का अपना दुखड़ा सुनाया.

वीडियो.

सीएम ने भी पांच बेटियों की मां की पीड़ा को महसूस किया और 2 लाख की आर्थिक सहायता मंजूर की. इसके साथ सीमा कुमारी को अन्य सहायता का भी आश्वासन दिया है. इस तरह से दुखयारी मां के भारी मन में बच्चों के सुखद भविष्य की एक आस जगी है. सीमा कुमारी के पति एचआरटीसी में चालक (Driver in HRTC) पद पर बतौर दैनिक वेतन भोगी सेवाएं दे रहे थे. तीन साल पहले हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया था. जिसके बाद अब मां को पांच बेटियों की पढ़ाई लिखाई की चिंता सताने लगी थी.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने फरिश्ता बनकर एक मां की पुकार सुनी है. ऐसे में अब यह बेटियां पढ़ लिख कर अपने पांव पर खड़ी हो सकेंगी. सीमा की बड़ी बेटी 18 साल की है, वह कॉलेज में पढ़ती है और सबसे छोटी बेटी तीन साल की है.

वहीं, सीमा कुमारी ने दो लाख की सहायता राशि देने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि पति की मौत हो चुकी है. बेटियां पढ़ना चाहती हैं, लेकिन उनको पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे. अभी बूढ़ी मां के साथ मायके में रहती हूं. ऐसे में मुख्यमंत्री ने हमारी सहायता की है. जिसके लिए हम हमेशा जयराम ठाकुर के आभारी रहेंगे.

ये भी पढ़ें- लाहौल घाटी में आफत की बारिश, कई पर्यटक और सब्जियों के वाहन फंसे

मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) के करसोग दौरे के दौरान एक बार फिर उनका मानवीय चेहरा सामने आया है. दो दिवसीय प्रवास के दौरान वीरवार सुबह पांच बेटियों की मां अपना दुख लेकर सीएम जयराम से मिलने आई थी. महिला के पति एचआरटीसी बस में चालक थे. पति की मौत होने के बाद परिवार के सिर पर से मुखिया का साया उठ गया था.

ऐसे में डाकखाना शोरशन के खडून गांव की सीमा कुमारी (Seema Kumari) के सामने पांच बेटियों के पालन पोषण की समस्या खड़ी हो गई थी. इस कष्टकारी समय में दुखयारी मां पांच बेटियों के साथ चिंडी स्थित लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची और सिर पर से पति का साया उठने से उपजी पीड़ा का अपना दुखड़ा सुनाया.

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सीएम ने भी पांच बेटियों की मां की पीड़ा को महसूस किया और 2 लाख की आर्थिक सहायता मंजूर की. इसके साथ सीमा कुमारी को अन्य सहायता का भी आश्वासन दिया है. इस तरह से दुखयारी मां के भारी मन में बच्चों के सुखद भविष्य की एक आस जगी है. सीमा कुमारी के पति एचआरटीसी में चालक (Driver in HRTC) पद पर बतौर दैनिक वेतन भोगी सेवाएं दे रहे थे. तीन साल पहले हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया था. जिसके बाद अब मां को पांच बेटियों की पढ़ाई लिखाई की चिंता सताने लगी थी.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) ने फरिश्ता बनकर एक मां की पुकार सुनी है. ऐसे में अब यह बेटियां पढ़ लिख कर अपने पांव पर खड़ी हो सकेंगी. सीमा की बड़ी बेटी 18 साल की है, वह कॉलेज में पढ़ती है और सबसे छोटी बेटी तीन साल की है.

वहीं, सीमा कुमारी ने दो लाख की सहायता राशि देने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि पति की मौत हो चुकी है. बेटियां पढ़ना चाहती हैं, लेकिन उनको पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे. अभी बूढ़ी मां के साथ मायके में रहती हूं. ऐसे में मुख्यमंत्री ने हमारी सहायता की है. जिसके लिए हम हमेशा जयराम ठाकुर के आभारी रहेंगे.

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Last Updated : Jul 29, 2021, 5:07 PM IST
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