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Landslide In Mandi: जैसे ही हटाया मलबा, 6 मील के पास फिर हुआ लैंडस्लाइड - Himachal landslide

मंडी जिले में बार-बार लैंडस्लाइड की घटना सामने आ रही है. 6 मील के पास शुक्रवार को मलबा हटाते ही लैंडस्लाइड हुआ. जिसके कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे चार घंटों तक बंद रहा. वहीं, केएमसी लोगों में कंपनी प्रबंधन के प्रति भारी रोष देखने को मिला है.

Landslide near NH 6 Meel in Mandi
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 6 मील के पास फिर हुआ लैंडस्लाइड
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Published : Jul 28, 2023, 10:43 PM IST

मंडी: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 6 मील के पास मलबा हटाते ही फिर से पहाड़ी से भारी मलबा हाईवे पर आ गिरा, जिस कारण हाईवे दो की बजाय चार घंटों तक बंद रहा. दरअसल, यहां खतरनाक बन चुके स्पॉट से कुछ पत्थरों को हटाने के लिए दो घंटों का ट्रैफिक जाम लिया गया था. इसके लिए केएमसी कंपनी के ठेकेदारों द्वारा ब्लास्टिंग की गई. दो से चार बजे के बीच ठेकेदारों और कर्मियों ने पूरी मेहनत से काम करके सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया. यहां से ट्रैफिक गुजारा ही जाने वाला था कि इतने में पहाड़ी से फिर से मलबा हाईवे पर आ गिरा. उस मलबे को हटाने में फिर से दो घंटे और लग गए और शाम करीब 6 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल किया जा सका.

केएमसी कंपनी के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश: मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन निर्माण में जुटी केएमसी कंपनी के प्रति लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. पंडोह निवासी पुष्प राज शर्मा, ईलाका बदार निवासी बेस राम धामी और चालक विशाल कुमार ने बताया कि आए दिन कंपनी का यह रोजाना का काम हो गया है कि घंटों तक हाईवे को बंद रखा जा रहा है. इन्होंने सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस कार्य को किसी दूसरी कंपनी से करवाया जाए. चाहे एक बार हाईवे को कुछ दिनों के लिए पूरी तरह से बंद किया जाए, लेकिन रोजाना के झंझटों से निजात दिलाई जाए. सरकारी, नीजि कार्यालयों, कालेज के बच्चों और रोजमर्रा के कार्यों के लिए मंडी आने-जाने वालों को रोजाना कंपनी के ढुलमुल रवैये के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

केएमसी के पास न तो मशीनरी और न ही पैसा: बता दें, निर्माणाधीन कंपनी केएमसी के पास न तो मशीनरी है और न ही ठेकेदारों को देने के लिए पैसे हैं. हाईवे पर गिरने वाले मलबे को ठेकेदारों की मशीनों से ही हटाया जा रहा है. वहीं केएमसी के ठेकेदारों ने पैसे न मिलने के कारण काम बंद करके रखा हुआ है. जहां मलबा गिर रहा है उसे तो ठेकेदार मानवता के लिहाज से मशीनरी लगाकर खोल रहे हैं लेकिन बाकी जगह काम ठप पड़ा हुआ है.

प्रशासनिक स्तर पर बड़ा निर्णय लेने की जरूरत: सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने बताया कि हाईवे को पूरी तरह से बहाल करने और 6 मील के पास खतरे को टालने के लिए प्रशासनिक और एनएचएआई के स्तर पर बड़ा निर्णय लेने की जरूरत है. 6 मील के पास रोजाना ही लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस बल को मौके पर तैनात करके वाहन गुजारे जा रहे हैं. शुक्रवार को भी लगभर चार घंटों तक हाईवे बंद रहा और बाद में फिर से बारिश होने पर ट्रैफिक रोककर वाहन गुजारे गए.

ये भी पढ़ें: Kullu Cloud Burst: गड़सा घाटी के पंच नाला में फटा बादल, दो पुल बहे, चपेट में आए 5 घर, सड़क क्षतिग्रस्त

मंडी: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 6 मील के पास मलबा हटाते ही फिर से पहाड़ी से भारी मलबा हाईवे पर आ गिरा, जिस कारण हाईवे दो की बजाय चार घंटों तक बंद रहा. दरअसल, यहां खतरनाक बन चुके स्पॉट से कुछ पत्थरों को हटाने के लिए दो घंटों का ट्रैफिक जाम लिया गया था. इसके लिए केएमसी कंपनी के ठेकेदारों द्वारा ब्लास्टिंग की गई. दो से चार बजे के बीच ठेकेदारों और कर्मियों ने पूरी मेहनत से काम करके सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया. यहां से ट्रैफिक गुजारा ही जाने वाला था कि इतने में पहाड़ी से फिर से मलबा हाईवे पर आ गिरा. उस मलबे को हटाने में फिर से दो घंटे और लग गए और शाम करीब 6 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल किया जा सका.

केएमसी कंपनी के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश: मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन निर्माण में जुटी केएमसी कंपनी के प्रति लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. पंडोह निवासी पुष्प राज शर्मा, ईलाका बदार निवासी बेस राम धामी और चालक विशाल कुमार ने बताया कि आए दिन कंपनी का यह रोजाना का काम हो गया है कि घंटों तक हाईवे को बंद रखा जा रहा है. इन्होंने सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस कार्य को किसी दूसरी कंपनी से करवाया जाए. चाहे एक बार हाईवे को कुछ दिनों के लिए पूरी तरह से बंद किया जाए, लेकिन रोजाना के झंझटों से निजात दिलाई जाए. सरकारी, नीजि कार्यालयों, कालेज के बच्चों और रोजमर्रा के कार्यों के लिए मंडी आने-जाने वालों को रोजाना कंपनी के ढुलमुल रवैये के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

केएमसी के पास न तो मशीनरी और न ही पैसा: बता दें, निर्माणाधीन कंपनी केएमसी के पास न तो मशीनरी है और न ही ठेकेदारों को देने के लिए पैसे हैं. हाईवे पर गिरने वाले मलबे को ठेकेदारों की मशीनों से ही हटाया जा रहा है. वहीं केएमसी के ठेकेदारों ने पैसे न मिलने के कारण काम बंद करके रखा हुआ है. जहां मलबा गिर रहा है उसे तो ठेकेदार मानवता के लिहाज से मशीनरी लगाकर खोल रहे हैं लेकिन बाकी जगह काम ठप पड़ा हुआ है.

प्रशासनिक स्तर पर बड़ा निर्णय लेने की जरूरत: सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने बताया कि हाईवे को पूरी तरह से बहाल करने और 6 मील के पास खतरे को टालने के लिए प्रशासनिक और एनएचएआई के स्तर पर बड़ा निर्णय लेने की जरूरत है. 6 मील के पास रोजाना ही लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस बल को मौके पर तैनात करके वाहन गुजारे जा रहे हैं. शुक्रवार को भी लगभर चार घंटों तक हाईवे बंद रहा और बाद में फिर से बारिश होने पर ट्रैफिक रोककर वाहन गुजारे गए.

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