मंडी: ओवरटेक को लेकर शुरू हुई झड़प के बाद ब्यास नदी में समाए दूसरे चालक का शव भी शुक्रवार को बरामद हो गया है. एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के जवानोें ने यह शव खोज निकाला है. शव की पहचान गंगा सिंह निवासी करसोग पांगणा के रूप में हुई है. घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर गंगाराम का यह शव मिला है. बता दें कि पंजाब नंबर की फॉर्च्यूनर व हिमाचल नंबर की ट्रैवलर के चालक के बीच ओवरटेक को लेकर 1 जनवरी शाम करीब 7ः30 बजे हाथापाई हो गई थी. इस हाथापाई के दौरान दोनों चालक ब्यास नदी में गिर गए थे.
सोमवार शाम 9 बजे से ही इनका सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया था. इस सर्च ऑपरेशन में एसडीआर व एनडीआर के साथ डाईविंग एसोसिएशन सुंदरनगर के डाईवरों ने अमह निभाई है. वहीं, सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर, पुलिस जवान, क्यूआरटी व प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर डटे रहे. बुधवार को जालंधर निवासी अमनदीप सिंह का शव बरामद हुआ था. वहीं, शुक्रवार सुबह करीब सवा 11 बजे गंगा सिंह का शव बरामद हुआ है. गंगा सिंह का यह शव घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर बरामद हो गया है. सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है. पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
4 दिन से भी ज्यादा चले इस सर्च आपरेशन में एसडीआरएफ के 18 व एनडीआरएफ के 24 जवानों ने अपनी अहम भूमिका निभाई. एसडीआरएफ की टीम घटना के ढेड़ घंटे बाद मौके पर पहुंच गई थी. वहीं, एनडीआरएफ की टीम ने 1 जनवरी की रात 11 बजे मोर्चा संभाला था. एनडीआरएफ 14 जीडी इंस्पेक्टर नीरज भारती के बताया कि ब्यास नदी की हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में सर्च ऑपरेशन पूरी टीम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था.
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