करसोग/मंडी: करसोग में दो महीने बाद बस सेवा फिर शुरू हो गई है. बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सवारियां बिठाई जा रही हैं. इसके मुताबिक 37 सीटर बसों में 21 सवारियां बिठाई जाएंगी. 3 सीट वाली साइड में दो सवारियों को बैठने की अनुमति है. इसमें बीच की सीट खाली रखनी होगी. इसी तरह से दो सीट वाली साइड एक सवारी बिठाई जा रही है. करसोग बस स्टैंड से ही अगर 60 फीसदी सवारियां पूरी हो जाती हैं. रास्ते में इंतजार कर रहे लोगों के लिए बस नहीं रोकी जाएगी.
अगर रास्ते में कुछ सवारियां उतरती हैं तो इस सूरत में इतनी ही सवारियों को बस में चढ़ाया जाएगा. सुबह 7 से लेकर 10 बजे तक 14 में से 12 टाइम पर बसें चलाई गई हैं. करसोग डिपो के तहत एचआरटीसी के कुल 49 रुट हैं और इसमें कुल 71 सेवाएं हैं, जिसमें 69 सेवाओं को शुरू किया जा रहा है. इसमें पहले दिन 75 फीसदी रूटों पर बसें चलाई जाएगी. बसों में सवारियां बिठाते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी पालना की जा रही. चालकों और परिचालकों को भी सोशल डिस्टेंडिंग की पालना की हिदायत दी गई है. करसोग बस स्टैंड से बसों को सेनिटाइज करने के बाद ही रूटों पर भेजा जा रहा है. चालकों और परिचालकों को मास्क, ग्लव्स व सेनिटाइजर दिया गया है. बस स्टैंड में थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था की गई है.
दिल्ली और हरिद्वार रूट पर बस सेवा बहाल नहीं की गई है. करसोग से इन दोनों बाहरी राज्य के लिए बसें नहीं भेजी गई. इसके अतिरिक्त चामुंडा के लिए भी बस नहीं भेजी गई. यहां के लिए करसोग से सुबह 4 बजे बस सेवा शुरू की गई है और वायरस भी देर रात पहुंचती है. प्रदेश में बसे चलने के लिए सुबह 7 से शाम 7 बजे का समय ही तय किया गया है. इसको देखते हुए चामुंडा रुट पर बस नहीं भेजी गई.
क्या कहना है कि बीएसएमडी के इंचार्ज घनश्याम शर्मा
यातायात विभाग व बीएसएमडी के इंचार्ज घनश्याम शर्मा का कहना है कि करीब दो महीने बाद बस सेवा शुरू की गई है. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बस सेवा बंद की गई थी. उन्होंने कहा कि बसों में 60 फीसदी सवारियां बिठाने के आदेशों की पूरी पालना की जा रही है.
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