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मंडीः पिपली के आशुतोष ने दादा के सपनों को किया पूरा, उड़ाएंगे फाइटर प्लेन

उपमंडल धर्मपुर के पिपली गांव के आशुतोष सिंह चंदेल भारतीय वायु सेना में फाइटर प्लेन उड़ाएंगे. आशुतोष के दादा स्वर्गीय कांशीराम चंदेल का सपना और आशुतोष की रुचि भी फाइटर प्लेन के पायलट बनने की थी जिसको उन्हों पूरा किया. मंडी जिले के इस होनहार सैनिक पर समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर है.

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Published : Jun 20, 2021, 8:16 PM IST

धर्मपुर/मंडीः उपमंडल धर्मपुर के पिपली गांव के आशुतोष सिंह चंदेल भारतीय वायु सेना में फाइटर प्लेन उड़ाएंगे. आशुतोष सिंह की प्राथमिक शिक्षा स्थानीय लॉर्डस कॉन्वेंट स्कूल में हुई और छठी से लेकर जमा 2 की परीक्षा उन्होंने सुजानपुर टिहरा के सैनिक स्कूल से की. वहां से उनका चयन प्रथम प्रयास में ही एनडीए खड़गवासला पुणे के लिए हुआ और वहां 3 साल के कठोर प्रशिक्षण के बाद एक वर्ष का अतिरिक्त प्रशिक्षण वायुसेना अकादमी हैदराबाद में हुआ, जहां उन्होंने फाइटर प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया.

दादा के सपने को पेते ने किया साकार

आशुतोष के दादा स्वर्गीय कांशीराम चंदेल भी भारतीय सेना में एक अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और आशुतोष के पिता अधिवक्ता शक्ति सिंह चंदेल ने बताया कि वह अपने दादा के साथ उनके मेडलों को देखकर हमेशा सेना में जाने की बात करता था और उनके दादा का सपना और आशुतोष की रुचि भी फाइटर प्लेन के पायलट बनने की थी जिसको उन्होंने पूरा किया. आशुतोष हमेशा से ही अपनी कक्षा में प्रथम स्थान पर रहते थे और वह फुटबॉल के एक होनहार खिलाड़ी भी हैं. 19 जून की पासिंग परेड को उनके परिजनों ने वर्चुअल रूप से देखा.

क्षेत्र में खुशी की लहर

आशुतोष सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता अर्चना चंदेल, पिता शक्तिसिंह चंदेल, भाई डॉ. अखिलेश सिंह, ताया पूर्व न्यायाधीश बाली राम चंदेल और नाना नरेन्द्र सिंह ठाकुर को दिया है. मंडी जिले के इस होनहार सैनिक पर समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर व्याप्त है.

ये भी पढ़ें- Father's Day 2021: पिता की 'विरासत' को कुछ ऐसे संभाल रहे हैं जेपी नड्डा के बेटे

धर्मपुर/मंडीः उपमंडल धर्मपुर के पिपली गांव के आशुतोष सिंह चंदेल भारतीय वायु सेना में फाइटर प्लेन उड़ाएंगे. आशुतोष सिंह की प्राथमिक शिक्षा स्थानीय लॉर्डस कॉन्वेंट स्कूल में हुई और छठी से लेकर जमा 2 की परीक्षा उन्होंने सुजानपुर टिहरा के सैनिक स्कूल से की. वहां से उनका चयन प्रथम प्रयास में ही एनडीए खड़गवासला पुणे के लिए हुआ और वहां 3 साल के कठोर प्रशिक्षण के बाद एक वर्ष का अतिरिक्त प्रशिक्षण वायुसेना अकादमी हैदराबाद में हुआ, जहां उन्होंने फाइटर प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया.

दादा के सपने को पेते ने किया साकार

आशुतोष के दादा स्वर्गीय कांशीराम चंदेल भी भारतीय सेना में एक अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और आशुतोष के पिता अधिवक्ता शक्ति सिंह चंदेल ने बताया कि वह अपने दादा के साथ उनके मेडलों को देखकर हमेशा सेना में जाने की बात करता था और उनके दादा का सपना और आशुतोष की रुचि भी फाइटर प्लेन के पायलट बनने की थी जिसको उन्होंने पूरा किया. आशुतोष हमेशा से ही अपनी कक्षा में प्रथम स्थान पर रहते थे और वह फुटबॉल के एक होनहार खिलाड़ी भी हैं. 19 जून की पासिंग परेड को उनके परिजनों ने वर्चुअल रूप से देखा.

क्षेत्र में खुशी की लहर

आशुतोष सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता अर्चना चंदेल, पिता शक्तिसिंह चंदेल, भाई डॉ. अखिलेश सिंह, ताया पूर्व न्यायाधीश बाली राम चंदेल और नाना नरेन्द्र सिंह ठाकुर को दिया है. मंडी जिले के इस होनहार सैनिक पर समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर व्याप्त है.

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