करसोग: जिला मंडी में करसोग के तहत थाच-थर्मी पंचायत में बीपीएल चयन प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है. यहां बीपीएल सूची से अपात्र व्यक्तियों को हटाने और इनके स्थान पर पात्र परिवारों को शामिल करने के लिए 23 अप्रैल को ग्राम सभा की बैठक रखी गई थी. जिसमें लोगों ने संबंधित प्रधान पर अपनी मर्जी से ही बीपीएल सूची से नाम हटाने और इसकी जगह नए परिवारों का नाम शामिल किए जाने के आरोप लगाए हैं. इस बारे में उपमंडल प्रशासन को दो दिनों में ही करीब 10 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ओमकांत ठाकुर ने जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं.
वर्ष 2021 में गठित हुई थी नई पंचायत: थाच-थर्मी पंचायत का गठन वर्ष 2021 में पूर्व में भाजपा सरकार के समय में हुआ था. करसोग विकासखंड के तहत अप्रैल माह में विभिन्न पंचायतों में बीपीएल सूची की समीक्षा को लेकर ग्राम सभा की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में 23 अप्रैल को ग्राम पंचायत थाच-थर्मी में भी बीपीएल सूची को लेकर समीक्षा बैठक रखी गई थी, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बीपीएल सूची से नाम हटाने और इसकी जगह नए परिवारों को शामिल किए जाने की प्रकिया ग्राम सभा की सहमति से नहीं हुई. इसमें प्रधान ने अपनी मर्जी से ही सूची से नामों को हटाकर इसकी जगह अपात्र लोगों को शामिल किया है, जोकि बिलकुल सही नहीं है.
लोगों ने की जांच की मांग: थाच-थर्मी पंचायत में बीपीएल सूची की समीक्षा को लेकर आयोजित हुई ग्राम सभा की बैठक के दो दिन बाद ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं. ऐसे में स्थानीय पंचायत के कई लोगों ने एसडीएम ओमकांत ठाकुर को शिकायत कर मामले की जांच करने की मांग की है. इस बारे में प्रशासन के पास संबंधित पंचायत से करीब 10 शिकायतें पहुंच चुकी हैं. जिसमें लोगों ने उपमंडल प्रशासन से मामले की जांच किए जाने की मांग की हैं. एसडीएम ने भी तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेते हुए बीडीओ को जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं. एसडीएम ओमकांत ठाकुर का कहना है कि थाच-थर्मी पंचायत में बीपीएल चयन प्रक्रिया को लेकर लोगों की कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इस बारे में बीडीओ को जांच करने के आदेश जारी किए गए हैं.
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