मंडीः कांग्रेस में शामिल हुए आश्रय शर्मा ने सीएम जयराम ठाकुर के पंडित सुखराम पर दिए गए बयान पर पलटवार किया है. अपने फेसबुक पेज पर जानकारी सांझा करते हुए आश्रय शर्मा ने सीएम जयराम ठाकुर के बयान पर टिप्पणी की है. उनकी इस पोस्ट के बाद मंडी संसदीय क्षेत्र की राजनीति गरमा गई है. साथ ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
फेसबुक पेज पर आश्रय शर्मा ने लिखा है कि 25 मार्च 2019 मेरी जिंदगी का महत्वपूर्ण दिन रहा, जो मैं आप सभी के साथ सांझा करना चाहता हूं. मैंने कल अपने दादा पंडित सुखराम के साथ राहुल गांधी के समक्ष कांग्रेस की विधिवत सदस्यता ग्रहण की है. मेरे लिए यह ऐतिहासिक पल था.
आश्रय शर्मा ने फेसबुक में लिखा है कि मैं 14 वर्षों से सक्रिय राजनीति में पंडित सुखराम के पद चिन्हों पर चल रहा हूं एवं उनके सपनों और अधूरे रहे विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का सपना देख रहा हूं. उन्होंने लिखा है कि भाजपा के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का बयान आया कि पंडित सुखराम भाजपा के सदस्य न थे और ना है, जो कि भाजपा का एक प्रख्यात जुमला नजर आता है और उनका यहां तक कहना कि पंडित सुखराम का अब समय नहीं रहा, यह न्यायोचित नहीं है.
उन्होंने लिखा कि मैं एक बात स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि बुजुर्गों का कभी समय खत्म नहीं होता. उनके द्वारा रखे गए मील पत्थर ही आने वाली पीढ़ी का सरमाया होता है. जो समाज, जो परिवार, जो व्यक्ति अपने बुजुर्गों को भूल जाता है, वह कभी आगे नहीं बढ़ता, भाजपा की बुजुर्गों के प्रति ऐसी छोटी सोच उनको मुबारक. मुझे मेरे परिवार ने बुजुर्गों के सम्मान करने के संस्कार दिए हैं. पंडित सुखराम द्वारा देश में लाई गई संचार क्रांति का ही नतीजा है कि आज देश के हर नागरिक के हाथों में इंटरनेट कुनेक्शन है.
आश्रय शर्मा ने लिखा कि पंडित सुखराम की विकास की सोच पर चलते हुए मंडी की जनता की निःस्वार्थ सेवा करने के लिए वचनवद्ध हूं. उन्होंने लिखा कि मैं सत्तालोलुप्त राजनीति में नहीं बल्कि समाजनीति में विश्वास रखता हूं.
बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर ने मंडी में बयान दिया था कि ऐसा माहौल बनाना कि हिमाचल में पंडित सुखराम के सहयोग की वजह से ही सरकार बनती है. उन्होंने कहा था कि वक्त बदल गया है. अब वो दौर नहीं है. इसकी हकीकत चुनाव परिणाम में सामने आएगी. उन्होंने कहा था कि उनके सामने परिवार है और हमारे सामने देश है.