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चालक की लापरवाही से होते हैं अधिकतर सड़क हादसे, पुलिस की केस स्टडी में हुआ खुलासा

पुलिस की केस स्टडी के मुताबिक 70 फीसदी से अधिक हादसे चालक की खुद की लापरवाही के कारण हुए हैं. इसमें कुछ सड़क हादसे चालक के शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुए हैं और बहुत से सड़क हादसे ओवर स्पीड के कारण हुए हैं. हालांकि प्रदेश की कठिन भूगौलिक स्थिति भी सड़क हादसों की एक वजह है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक बहुत कम दुर्घटनाएं भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हुई हैं.

case study of police
पुलिस केस स्टडी ने खुलासा किया है कि प्रदेश में अधिकतर सड़क हादसे चालक की लापरवाही के कारण होते है
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Published : May 22, 2020, 4:01 PM IST

करसोग: करसोग में आए दिन सड़क दुर्घटना का कोई न कोई मामला सामने आता रहता है. प्रदेश में वाहनों की लगातार बढ़ रही संख्या के साथ सड़क हादसों के आंकड़ों में भी बढ़ौतरी हो रही है. सड़क हादसों में हर हर साल हजारों लोग अकाल मृत्यु का शिकार बन जाते हैं.

इन हादसों में बचने वाले बहुत से लोग हमेशा के लिए परिवार के दूसरे सदस्यों के कंधों पर निर्भर हो जाते हैं. ऐसे में सड़क हादसों का बढ़ रहा आंकड़ा सरकार के लिए भी चिंता का विषय है. करसोग में हुए अधिकतर सड़क हादसे मानवीय भूल के कारण हुए हैं. पुलिस की केस स्टडी के मुताबिक 70 फीसदी से अधिक हादसे चालक की खुद की लापरवाही के कारण हुए हैं. इसमें कुछ सड़क हादसे चालक के शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुए हैं और बहुत से सड़क हादसे ओवर स्पीड के कारण हुए हैं. हालांकि प्रदेश की कठिन भूगौलिक स्थिति भी सड़क हादसों की एक वजह है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक बहुत कम दुर्घटनाएं भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हुई हैं. कारण चाहे जो भी रहे हों सड़क हादसों में कई परिवारों ने अपने घरों के चिराग हमेशा-हमेशा के लिए खो दिए हैं.

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पुलिस भी चलाती है अभियान:करसोग में सड़क हादसों को रोकने में लिए पुलिस भी समय-समय पर अभियान चला रही है,जिसमें लोगों को ट्रैफिक नियमों की पालना करने के बारे में जागरूक किया जाता है. करसोग पुलिस ने पिछले साल अलग-अलग क्षेत्रों में ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए कई अभियान चलाए. इसके बाद भी चालकों ने नियमों की पालना नहीं कि, ऐसे लोगों के पुलिस न चालान भी काटे. हालांकि कोरोना महामारी के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह से लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में बहुत ही कम वाहन सड़कों में दौड़ते हुए नजर आते हैं,जिस कारण पिछले करीब दो महीनों में सड़क हादसों के आंकड़े में भी कमी आई है.

करसोग: करसोग में आए दिन सड़क दुर्घटना का कोई न कोई मामला सामने आता रहता है. प्रदेश में वाहनों की लगातार बढ़ रही संख्या के साथ सड़क हादसों के आंकड़ों में भी बढ़ौतरी हो रही है. सड़क हादसों में हर हर साल हजारों लोग अकाल मृत्यु का शिकार बन जाते हैं.

इन हादसों में बचने वाले बहुत से लोग हमेशा के लिए परिवार के दूसरे सदस्यों के कंधों पर निर्भर हो जाते हैं. ऐसे में सड़क हादसों का बढ़ रहा आंकड़ा सरकार के लिए भी चिंता का विषय है. करसोग में हुए अधिकतर सड़क हादसे मानवीय भूल के कारण हुए हैं. पुलिस की केस स्टडी के मुताबिक 70 फीसदी से अधिक हादसे चालक की खुद की लापरवाही के कारण हुए हैं. इसमें कुछ सड़क हादसे चालक के शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुए हैं और बहुत से सड़क हादसे ओवर स्पीड के कारण हुए हैं. हालांकि प्रदेश की कठिन भूगौलिक स्थिति भी सड़क हादसों की एक वजह है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक बहुत कम दुर्घटनाएं भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हुई हैं. कारण चाहे जो भी रहे हों सड़क हादसों में कई परिवारों ने अपने घरों के चिराग हमेशा-हमेशा के लिए खो दिए हैं.

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पुलिस भी चलाती है अभियान:करसोग में सड़क हादसों को रोकने में लिए पुलिस भी समय-समय पर अभियान चला रही है,जिसमें लोगों को ट्रैफिक नियमों की पालना करने के बारे में जागरूक किया जाता है. करसोग पुलिस ने पिछले साल अलग-अलग क्षेत्रों में ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए कई अभियान चलाए. इसके बाद भी चालकों ने नियमों की पालना नहीं कि, ऐसे लोगों के पुलिस न चालान भी काटे. हालांकि कोरोना महामारी के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह से लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में बहुत ही कम वाहन सड़कों में दौड़ते हुए नजर आते हैं,जिस कारण पिछले करीब दो महीनों में सड़क हादसों के आंकड़े में भी कमी आई है.
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