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करसोग : BPL सूची का सफाई अभियान जारी, मैंडी पंचायत के 27 'फर्जी गरीब' परिवार बाहर

मंडी जिला के करसोग में बीपीएल सूची का सफाई अभियान जारी, करसोग में एसडीएम की जांच पर 27 फर्जी गरीब परिवार बाहर. पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में भारी गड़बड़ी की प्राप्त हुई थी शिकायतें.

BPL list in karsog
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Published : Oct 25, 2019, 11:06 AM IST

मंडीः करसोग में बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों को बाहर करने के लिए प्रशासन का सफाई अभियान जारी है. यहां मैंडी पंचायत में एसडीएम की इंक्वायरी के बाद फर्जी तरीके से गरीब बने 27 साधन संपन्न परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए हैं.

संबंधित पंचायत के सचिव को अगली ग्राम सभा की बैठक में इन परिवारों को बाहर कर इतने ही पात्र लोगों को सूची में शामिल करने के आदेश जारी किए गए हैं. इससे पहले पांगणा पंचायत में भी एसडीएम की जांच के बाद 22 साधन संपन्न परिवारों को बीपीएल सूची से हटाया जा चुका है. इतने बड़े स्तर पर बीपीएल सूची में हुए फर्जीवाड़े की परते खुलने से ऐसे कई साधन संपन्न लोगों के हड़कंप मच गया है.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं एसडीएम की इस तरह की बड़ी कार्रवाई से पात्र लोगों ने राहत की सांस ली है. बता दें कि करसोग की पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में फर्जी तरीके से लोगों को शामिल किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई है. जिस पर करसोग ने पांच पंचायतों को 15 दिन में एसडीएम कोर्ट में दस्तावेज जमा करने के आदेश जारी किए गए थे.

इन पंचायतों से प्राप्त हुई थी फर्जीवाड़े की शिकायतें:
विकासखंड करसोग को 5 पंचायतों से एसडीएम को बीपीएल सूची में अपात्र लोगों को शामिल करने की शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसमें मैंडी, भंथल, कलाशन, शोरशन व सरतयोला पंचायत के लोगों ने बीपीएल सूची को लेकर सवाल उठाए थे. इन सभी पंचायतों में लोगों ने आरोप लगाया था कि बीपीएल सूची में कई ऐसे परिवारों को शामिल किया गया है जो पात्र नहीं हैं. इन लोगों के पास अपनी गाड़ियां हैं. इसके अतिरिक्त ऐसे लोगों के पास रहने के लिए पक्के मकान भी है. यही नहीं इन परिवारों की आय 2500 से अधिक मासिक आय भी है. शिकायतकर्ता ने बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों की इन्क्वारी किए जाने की मांग की थी. ताकि बीपीएल सूची से अपात्र लोगों हटाया जा सके.

पांगणा पंचायत में 22 परिवार हो चुके हैं बाहर:
पांगणा पंचायत में शिकायत के आधार पर 22 अपात्र परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो चुके हैं. यहां एक व्यक्ति ने बीपीएल सूची में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की थी. जिस पर एसडीएम करसोग ने पूरी पंचायत की इन्क्वारी करवाई थी. इस दौरान 22 परिवार ऐसे पाए गए, जिनके अपने पक्के मकान थे और मासिक आय भी बीपीएल के निर्धारित मापदंडों से अधिक पाई गई. ऐसे सभी परिवारों को एसडीएम के आदेशों पर बीपीएल सूची से बाहर किया गया था.

27 अपात्र परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश: एसडीएम
एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी. यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी. जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं.

एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी. यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी. जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं.

मंडीः करसोग में बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों को बाहर करने के लिए प्रशासन का सफाई अभियान जारी है. यहां मैंडी पंचायत में एसडीएम की इंक्वायरी के बाद फर्जी तरीके से गरीब बने 27 साधन संपन्न परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए हैं.

संबंधित पंचायत के सचिव को अगली ग्राम सभा की बैठक में इन परिवारों को बाहर कर इतने ही पात्र लोगों को सूची में शामिल करने के आदेश जारी किए गए हैं. इससे पहले पांगणा पंचायत में भी एसडीएम की जांच के बाद 22 साधन संपन्न परिवारों को बीपीएल सूची से हटाया जा चुका है. इतने बड़े स्तर पर बीपीएल सूची में हुए फर्जीवाड़े की परते खुलने से ऐसे कई साधन संपन्न लोगों के हड़कंप मच गया है.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं एसडीएम की इस तरह की बड़ी कार्रवाई से पात्र लोगों ने राहत की सांस ली है. बता दें कि करसोग की पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में फर्जी तरीके से लोगों को शामिल किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई है. जिस पर करसोग ने पांच पंचायतों को 15 दिन में एसडीएम कोर्ट में दस्तावेज जमा करने के आदेश जारी किए गए थे.

इन पंचायतों से प्राप्त हुई थी फर्जीवाड़े की शिकायतें:
विकासखंड करसोग को 5 पंचायतों से एसडीएम को बीपीएल सूची में अपात्र लोगों को शामिल करने की शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसमें मैंडी, भंथल, कलाशन, शोरशन व सरतयोला पंचायत के लोगों ने बीपीएल सूची को लेकर सवाल उठाए थे. इन सभी पंचायतों में लोगों ने आरोप लगाया था कि बीपीएल सूची में कई ऐसे परिवारों को शामिल किया गया है जो पात्र नहीं हैं. इन लोगों के पास अपनी गाड़ियां हैं. इसके अतिरिक्त ऐसे लोगों के पास रहने के लिए पक्के मकान भी है. यही नहीं इन परिवारों की आय 2500 से अधिक मासिक आय भी है. शिकायतकर्ता ने बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों की इन्क्वारी किए जाने की मांग की थी. ताकि बीपीएल सूची से अपात्र लोगों हटाया जा सके.

पांगणा पंचायत में 22 परिवार हो चुके हैं बाहर:
पांगणा पंचायत में शिकायत के आधार पर 22 अपात्र परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो चुके हैं. यहां एक व्यक्ति ने बीपीएल सूची में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की थी. जिस पर एसडीएम करसोग ने पूरी पंचायत की इन्क्वारी करवाई थी. इस दौरान 22 परिवार ऐसे पाए गए, जिनके अपने पक्के मकान थे और मासिक आय भी बीपीएल के निर्धारित मापदंडों से अधिक पाई गई. ऐसे सभी परिवारों को एसडीएम के आदेशों पर बीपीएल सूची से बाहर किया गया था.

27 अपात्र परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश: एसडीएम
एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी. यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी. जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं.

एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी. यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी. जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में भारी गड़बड़ी की प्राप्त हुई थी शिकायतेंBody:यहां बीपीएल सूची का सफाई अभियान जारी, करसोग में एसडीएम की जांच पर 27 फर्जी परिवार बाहर

करसोग
करसोग में बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों को बाहर करने के लिए प्रशासन का सफाई अभियान जारी है। यहां मैंडी पंचायत में एसडीएम की इंक्वायरी के बाद फर्जी तरीके से गरीब बने 27 साधन संपन्न परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए हैं। संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा की बैठक में इन परिवारों को बाहर कर इतने ही पात्र लोगों को सूची में शामिल करने के आदेश जारी किए गए हैं। इससे पहले पांगणा पंचायत में भी एसडीएम की जांच के बाद 22 साधन संपन्न परिवारों को बीपीएल सूची से हटाया जा चुका है। इतने बड़े स्तर पर बीपीएल सूची में हुए फर्जीवाड़े की परते खुलने से ऐसे कई साधन संपन्न लोगों के हड़कंप मच गया है। वहीं एसडीएम की इस तरह की बड़ी कार्रवाई से पात्र लोगों ने राहत की सांस ली है। बता दें कि करसोग की पांच पंचायतों से बीपीएल सूची में फर्जी तरीके से लोगों को शामिल किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई है। जिस पर करसोग ने पांच पंचायतों को 15 दिन में एसडीएम कोर्ट में दस्तावेज जमा करने के आदेश जारी किए गए थे।

इन पंचायतों से प्राप्त हुई थी फर्जीवाड़े की शिकायतें:
विकासखंड करसोग को 5 पंचायतों से एसडीएम को बीपीएल सूची में अपात्र लोगों को शामिल करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसमें मैंडी, भंथल, कलाशन, शोरशन व सरतयोला पंचायत के लोगों ने बीपीएल सूची को लेकर सवाल उठाए थे। इन सभी पंचायतों में लोगों ने आरोप लगाया था कि बीपीएल सूची में कई ऐसे परिवारों को शामिल किया गया है जो पात्र नहीं हैं। इन लोगों के पास अपनी गाड़ियां हैं। इसके अतिरिक्त ऐसे लोगों के पास रहने के लिए पक्के मकान भी है। यही नहीं इन परिवारों की आय 2500 से अधिक मासिक आय भी है। शिकायतकर्ता ने बीपीएल सूची में शामिल हुए अपात्र लोगों की इन्क्वारी किए जाने की मांग की थी। ताकि बीपीएल सूची से अपात्र लोगों हटाया जा सके।

पांगणा पंचायत में 22 परिवार हो चुके हैं बाहर:
पांगणा पंचायत में शिकायत के आधार पर 22 अपात्र परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो चुके हैं। यहां एक व्यक्ति ने बीपीएल सूची में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की थी। जिस पर एसडीएम करसोग ने पूरी पंचायत की इन्क्वारी करवाई थी। इस दौरान 22 परिवार ऐसे पाए गए, जिनके अपने पक्के मकान थे और मासिक आय भी बीपीएल के निर्धारित मापदंडों से अधिक पाई गई। ऐसे सभी परिवारों को एसडीएम के आदेशों पर बीपीएल सूची से बाहर किया गया था।

27 अपात्र परिवारों को सूची से बाहर करने के आदेश: एसडीएम
एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी। यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी। जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए। उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं।Conclusion:एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि मैंडी पंचायत से बीपीएल सूची से संबंधित शिकायत मिली थी। यहां से ऐसे 29 लोगों की सूची दी गई थी। जब जांच की गई तो 27 लोगों को पात्र न होने के कारण सूची से बाहर करने के आदेश जारी किए गए। उन्होंने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव को अगली ग्राम सभा बैठक में इन लोगों को हटाकर पात्र लोगों के नाम सूची में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं।
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