मंडी: छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध मंडी में बुधवार को कांगड़ा की माता ब्रजेश्वरी के दर्शन हुए. बाबा भूतनाथ मंदिर में शिवलिंग पर चढ़े घृत कंबल में अठारहवें दिन शिवलिंग को पूजा अर्चना के साथ कांगड़ा की ब्रजेश्वरी माता के रूप में श्रृंगार किया गया और भोले बाबा का नया स्वरूप देखने को मिला.
छोटी काशी में हुए 'मां ब्रजेश्वरी' के दर्शन, भोले बाबा का स्वरूप देखने उमड़े श्रद्धालु
मंडी में बुधवार को कांगड़ा की माता ब्रजेश्वरी के दर्शन हुए. बाबा भूतनाथ मंदिर में शिवलिंग पर चढ़े घृत कंबल में अठारहवें दिन शिवलिंग को पूजा अर्चना के साथ कांगड़ा की ब्रजेश्वरी माता के रूप में श्रृंगार किया गया और भोले बाबा का नया स्वरूप देखने को मिला.
बाबा भूतनाथ मंदिर
मंडी: छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध मंडी में बुधवार को कांगड़ा की माता ब्रजेश्वरी के दर्शन हुए. बाबा भूतनाथ मंदिर में शिवलिंग पर चढ़े घृत कंबल में अठारहवें दिन शिवलिंग को पूजा अर्चना के साथ कांगड़ा की ब्रजेश्वरी माता के रूप में श्रृंगार किया गया और भोले बाबा का नया स्वरूप देखने को मिला.
Intro:मंडी। शिव नगरी मंडी में बुधवार को बाबा भूतनाथ मंदिर में माता ब्रजेश्वरी कांगड़ा के दर्शन हुए। दरअसल बाबा भूतनाथ मंदिर स्थित शिवलिंग में घृतकम्बल में बुधवार को माता बृजेश्वरी माता का स्वरूप उकेरा गया। शिवलिंग पर चढ़े घृत कम्बल में 18वें दिन पूजा अर्चना के साथ माता के स्वरूप में श्रृंगार किया गया।
Body:बाबा भूतनाथ मंदिर में रोजाना देशभर के प्रसिद्ध बाबाओं व शक्ति पीठों के रूप देखने को मिल रहे हैं। माता भीमाकाली, माता काली कोलकाता समेत अन्य देवियों के रूप मंडी में देखने को मिल चुके हैं। वर्तमान में भी शिवलिंग पर रोजाना मक्खन चढ़ाया जा रहा है। तारारात्री से चढ़े घृत कंबल में उकेरे जा रहे बाबाओं के रूप देखने व पूजा अर्चना के लिके यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। शिवरात्रि महोत्सव के दौरान यहां सात दिन तक लंगर की व्यवस्था होगी।
Conclusion:बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि बुधवार को घृतकंबल में माता के दर्शन हुए हैं। शिवरात्रि तक घृतकंबल चढ़ा रहेगा।
Body:बाबा भूतनाथ मंदिर में रोजाना देशभर के प्रसिद्ध बाबाओं व शक्ति पीठों के रूप देखने को मिल रहे हैं। माता भीमाकाली, माता काली कोलकाता समेत अन्य देवियों के रूप मंडी में देखने को मिल चुके हैं। वर्तमान में भी शिवलिंग पर रोजाना मक्खन चढ़ाया जा रहा है। तारारात्री से चढ़े घृत कंबल में उकेरे जा रहे बाबाओं के रूप देखने व पूजा अर्चना के लिके यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। शिवरात्रि महोत्सव के दौरान यहां सात दिन तक लंगर की व्यवस्था होगी।
Conclusion:बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि बुधवार को घृतकंबल में माता के दर्शन हुए हैं। शिवरात्रि तक घृतकंबल चढ़ा रहेगा।