मंडीः 108 एम्बुलेंस की जिला में बेहतरीन सेवाएं देने के लिए स्टाफ को उपायुक्त कार्यालय में अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. 3 कर्मचारियों को सेवियर ऑफ द मंथ से पुरस्कृत किया गया.
इन कर्मचारियों को मिला सम्मान
- फरवरी माह के लिए लडभडोल एम्बुलेंस के स्टाफ इमरजैंसी मेडिकल टेक्नीशियन जालपा देवी और पायलट सुनील को सेवियर ऑफ द मंथ से सम्मानित किया गया. इन्होंने फरवरी माह में एक क्रिटिकल प्रेग्नेंसी के केस हैंडल किया था.
जिसमें प्रसव के दौरान बच्चे की गर्दन में गर्भनाल लिपटी हुई थी. इमरजैंसी मेडिकल टेक्निशियन जालपा देवी ने 108 पर कॉल कर डॉक्टर प्रेम से सलाह ली और एंबुलेंस के अंदर ही महिला का सफल प्रसव करवा कर महिला और बच्चे की जान बचाई.
- मार्च में जोगिंद्रनगर के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सुषमा देवी और पायलट रणवीर को सेवियर ऑफ द मंथ के लिए सम्मानित किया गया. जिन्होंने एक ब्लड वॉमिटिंग केस हैंडल कर के मरीज को जरूरी प्राथमिक उपचार देकर उससे समय पर हॉस्पिटल पहुंचा कर उसकी जान बचाई थी
- अप्रैल माह के लिए सेवियर ऑफ द मंथ लडभडोल के ही एम्बुलेंस के स्टाफ एमरजैंसी मेडिकल टेक्नीशियन जालपा देवी और पायलट सुनील को सम्मानित किया. जिन्होंने अप्रैल माह में एक एपिलेप्सी का केस हैंडल किया था.
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जिसमें मरीज को पैरालीसिस अटैक के बाद मिरगी का दौरा पड़ा था. मरीज के परिजनों ने 108 पर सूचना दी सूचना दी. उसके बाद 108 एम्बुलेंस के स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर मरीज को प्राथमिक उपचार देकर उसकी जान बचाई थी और मरीज को पालमपुर हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया.
इस अवसर पर एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों की बेहतरीन सेवाओं की सराहना की तथा भविष्य में भी इसी तरह कार्य करने का आह्वान किया.
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