लाहौल-स्पीति: जिला मुख्यालय केलांग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती को लेकर युवा कांग्रेस की हड़ताल 15 दिनों से जारी है. अभी तक प्रदेश सरकार विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती नहीं कर पाई है. हालांकि दो विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं, लेकिन दोनों ही डॉक्टरों ने अभी तक केलांग अस्पताल में अपनी ज्वाइनिंग नहीं दी है.
अटल टनल खुलने के बाद भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती न कर पाने के चलते अब लाहौल-स्पीति की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है. हालांकि घाटी की जनता को विश्वास था कि अटल टनल खुलने के बाद अब केलांग अस्पताल में भी विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद भर जाएंगे और उन्हें इलाज के लिए कुल्लू-मनाली का रुख नहीं करना होगा.
वहीं, विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को देखते हुए युवा कांग्रेस ने भी अपनी हड़ताल शुरू कर दी. हड़ताल के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. विशेषज्ञ डॉक्टर ना होने के चलते लोगों को एंबुलेंस या फिर किराए पर टैक्सी लेकर कुल्लू अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है. अब घाटी में सर्दी का मौसम भी अपनी दस्तक देने वाला है और बर्फबारी में लाहौल घाटी की मुश्किलें भी काफी बढ़ जाती है.
धरने पर बैठे हुए युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष कूंगा बौद्ध का कहना है कि सरकार ने यहां 2 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के आदेश तो दे दिए, लेकिन दोनों डॉक्टरों ने अभी तक अपनी ज्वाइनिंग केलांग अस्पताल में नहीं दी है. इससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार पर अफसरशाही कितनी हावी है. सरकार को जनजातीय जिला की आबादी की कोई चिंता नहीं है.
गौर रहे कि केलांग अस्पताल में प्रदेश सरकार के द्वारा 10 विशेषज्ञ डॉक्टर के पद सृजित किए गए हैं, लेकिन काफी समय से यह सभी के सभी पद खाली चल रहे हैं. जिस पर अब अन्य ग्रामीणों ने भी अपना रोष व्यक्त करना शुरू कर दिया है.
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