लाहौल-स्पीति: हिमचाल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में 2 युवकों ने इंसानियत की अद्भुत मिसाल पेश की है. लाहौल-स्पीति जिले की जोबरंग ग्राम पंचायत के रापे गांव के इन दोनों युवकों ने दुर्लभ प्रजाति के कस्तूरी मृग को रेस्क्यू किया है. वहीं, युवकों द्वारा अब उसे वन्यजीव विंग को सौंप दिया जाएगा. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार रापे गांव के रहने वाले केशव राव ने अपने बगीचे में इस कस्तूरी मृग को देखा. कस्तूरी मृग पर कुछ कुत्ते हमला कर रहे थे.
ऐसे में जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो गांव के युवाओं ने मिलकर कस्तूरी मृग को कुत्तों से बचाया और उसे सुरक्षित रेस्कयू कर लिया गया. इस अभियान में स्थानीय युवक राजीव और जीवन नाम का अहम रोल रहा. दोनों युवकों ने पहले तो उसे कुत्तों से बचाया और भी पकड़कर उसे पानी भी पिलाया. हालांकि कस्तूरी मृग इस समय बीमार और घायल अवस्था में था. इसलिए वह भाग भी नहीं पा रहा था.
जोबरंग पंचायत के पूर्व प्रधान सोमदेव योकी ने बताया कि दुर्लभ प्रजाति का कस्तूरी मृग घायल अवस्था में जंगलों से भटककर गांव के इस इलाके में पहुंच गया था. जहां पर गांव के कुत्ते इकट्ठे होकर उस पर हमला कर रहे थे. ऐसे में एक छोटे बच्चे ने इसकी सूचना गांव के युवकों को दी. जिसके बाद वह उस कस्तूरी मृग को बचाने के लिए गए और उसे कुत्तों के हमले से बचाते हुए सुरक्षित रेस्कयू कर लिया. वहीं, उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग को दे दी है, ताकि इलाज के बाद कस्तूरी मृग को जंगल मे सुरक्षित छोड़ा जा सके.
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