लाहौल स्पीति: लाहौल घाटी (Lahaul Valley) में मंगलवार शाम के समय बादल फटने से नालों में बाढ़ आ गई थी. अब इतने दिन बीत जाने के बाद भी शुक्रवार को नदी नालों का पानी काफी उफान पर हैं. ऐसे में नालों को पार करना भी लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है.
शुक्रवार दोपहर के समय सड़क दुर्घटना (Road Accident) में घायल युवक जतिन को जाहलमा नाला पार करवाना तीन युवकों के लिए भारी पड़ गया था. स्थानीय लोगों की मदद से जब घायल युवक को स्ट्रेचर पर डालकर नालापार करवाया जा रहा था, तो उसी दौरान तीन युवक नाले के पानी की चपेट में आ गए, लेकिन वह संभलते हुए नाले से बाहर निकल आए.
एक युवक थोड़ी दूरी तक बहता हुआ चला गया और वह भी हिम्मत करके नाले से बाहर निकल आया. जतिन सुबह के समय सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. ऐसे में ग्रामीणों ने जोखिम उठाते हुए जतिन को जाहलमा पहुंचाया. नाले में पानी अधिक होने के कारण सभी दिक्कत में पड़ गए, लेकिन ग्रामीणों ने हिम्मत नहीं हारी और जोखिम उठाते हुए नाले को पार कर लिया.
जाहलमा के बाद शांशा नाले ने भी ग्रामीणों की परीक्षा ली, लेकिन ग्रामीण यहां भी जोखिम उठाते हुए आगे बढ़ गए. ग्रामीणों ने शांशा नाले को पार कर जतिन को पीठ पर कीर्तिंग गांव पहुंचाया. जहां से वाहन द्वारा घायल को लेकर केलंग अस्पताल (Keylang Hospital) पहुंचे.
वहीं, उपायुक्त नीरज कुमार (Deputy Commissioner Neeraj Kumar) ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है. उन्होंने फंसे हुए लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उन्हें घाटी से बाहर निकाल दिया जाएगा.
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