ETV Bharat / state

लाहौल-स्पीति में पारा पहुंचा -30 डिग्री, जल स्रोत जमने से जनजीवन अस्त-व्यस्त - सर्दियों में लाहौल स्पीति का तामपान

जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ठंड से नदियां और झरने जम रहे हैं. इसके चलते शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है. वहीं ठंड बढ़ने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

cold wave in lahaul spiti
शीतलहर की चपेट में लाहौल-स्पीति
author img

By

Published : Dec 30, 2019, 1:44 PM IST

कुल्लू: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ठंड से नदियां और झरने जम रहे हैं. इसके चलते शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है. वहीं ठंड बढ़ने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लाहौल घाटी में रात के समय तापमान माइनस 30 डिग्री जाने से पानी जम रहा है. वहीं, उपमंडल काजा में दिन को भी माइनस 18 डिग्री तापमान दर्ज किया जा रहा है. लाहौल स्पीति के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खून जमा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है. सुबह-शाम के समय लोग घरों में दुबक रहे हैं.

temperature in  lahaul spiti in winter
तापमान में कमी के चलते जम रहे झील झरने

माइनस 30 डिग्री तापमान होने के चलते सभी पानी के प्राकृतिक स्त्रोत जम रहे हैं. इसके चलते लोग पानी के लिए बर्फ को पिघला कर इस्तेमाल कर रहे हैं. दिन के समय धूप खिलने से लोगों को हल्की राहत मिल रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह-शाम इतनी ठंड पड़ रही है कि लोगों को अपने रोजमर्रा के कार्य करने में भी मुश्किल हो रही है. ठंड से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोग तंदूर का सहारा ले रहे हैं. वहीं, शहरों में हीटर का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है.

वीडियो रिपोर्ट

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश और बर्फबारी का अंदेशा जताया है. ऐसे में कड़ाके की ठंड का असर और बढ़ने की उम्मीद है.

temperature in  lahaul spiti in winter
लाहौल स्पीति में माइनस में चल रहा तापमान

ये भी पढ़ें: क्रिकेट खिलाड़ी रंजना को मिला ठाकुर वेदराम राज्य स्तरीय पुरस्कार, इन्हें भी किया गया सम्मानित

कुल्लू: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ठंड से नदियां और झरने जम रहे हैं. इसके चलते शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है. वहीं ठंड बढ़ने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लाहौल घाटी में रात के समय तापमान माइनस 30 डिग्री जाने से पानी जम रहा है. वहीं, उपमंडल काजा में दिन को भी माइनस 18 डिग्री तापमान दर्ज किया जा रहा है. लाहौल स्पीति के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खून जमा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है. सुबह-शाम के समय लोग घरों में दुबक रहे हैं.

temperature in  lahaul spiti in winter
तापमान में कमी के चलते जम रहे झील झरने

माइनस 30 डिग्री तापमान होने के चलते सभी पानी के प्राकृतिक स्त्रोत जम रहे हैं. इसके चलते लोग पानी के लिए बर्फ को पिघला कर इस्तेमाल कर रहे हैं. दिन के समय धूप खिलने से लोगों को हल्की राहत मिल रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह-शाम इतनी ठंड पड़ रही है कि लोगों को अपने रोजमर्रा के कार्य करने में भी मुश्किल हो रही है. ठंड से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोग तंदूर का सहारा ले रहे हैं. वहीं, शहरों में हीटर का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है.

वीडियो रिपोर्ट

मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश और बर्फबारी का अंदेशा जताया है. ऐसे में कड़ाके की ठंड का असर और बढ़ने की उम्मीद है.

temperature in  lahaul spiti in winter
लाहौल स्पीति में माइनस में चल रहा तापमान

ये भी पढ़ें: क्रिकेट खिलाड़ी रंजना को मिला ठाकुर वेदराम राज्य स्तरीय पुरस्कार, इन्हें भी किया गया सम्मानित

Intro:शीतलहर की चपेट में लाहौल स्पीति
ठंड से लोगो का जीना मुश्किल
Body:



एक ओर जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ठंड से नदियां व झरने जम रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुल्लू में दिसंबर के आखिरी सप्ताह में शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। सुबह और शाम के समय काफी अधिक ठंड महसूस की जा रही गए। लाहौल घाटी में रात के समय तापमान माइनस 30 डिग्री में जाने से पानी जम रहा है।वही, उपमंडल काज़ा में दिन को भी माईनस 18 डिग्री तापमान दर्ज किया जा रहा है। लाहौल व स्पीति घाटी में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खून जमा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है। सुबह व शाम के समय लोग घरों में दुबक रहे हैं। माईनस तापमान के चलते सभी पानी के प्राकृतिक स्त्रोत जम रहे है और लोग पानीके लिए बर्फ को पिघला कर प्रयोग में ला रहे है। दिन के समय धूप खिलने से लोगों को हल्की राहत मिल रही है। घाटीवासी रमेश शर्मा, कर्ण सिंह ठाकुर, चंदन, महेश कुमार, रवि और चमन लाल ने कहा कि सुबह-शाम इतनी ठंड पड़ रही है कि लोगों को अपने रोजमर्रा के कार्य करने में भी मुश्किल हो रही है। ठंड से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोग तंदूर का सहारा ले रहे हैं। शहरों में हीटर का इस्तेमाल अधिक हो रहा है। Conclusion:



उन्होंने कहा कि इस बार दिसंबर माह में बर्फबारी होने से ठंड का प्रकोप अधिक बढ़ा है। शीत लहर चलने से लोग सुबह-शाम बाहर निकलने की बजाय घरों में दुबक रहे हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश व बर्फबारी का अंदेशा जताया है। ऐसे में कड़ाके की ठंड का असर और बढ़ने की उम्मीद है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.