लाहौल स्पीति: स्नो फेस्टिवल में बुधवार को लोअर-केलांग में कुरिम का पारंपरिक आयोजन किया गया. मान्यता है कि गुस्तोर के दौरान सभी असुर शक्तियां और डायन एक जगह इकट्ठा होते हैं और जिस-जिस जगह पर ये इकठ्ठा होते हैं. वहां कुछ अनहोनी घटना हो सकती है. इन असुर शक्तियों के इकट्ठा होने की जगह का ज्ञान लामा को बरबोग में हुए आयोजन के दौरान रात को स्वप्न में होता है.
भगाई जाती हैं बुरी शक्तियां
अगले दिन वह उस स्वप्न में देखे स्थानों के बारे में बताता है. कहा गया कि इस बार यह असुर शक्ति लोअर केलांग और अप्पर केलांग के बीच कहीं इकठ्ठा हुए हैं. अतः ऐसे स्थानों पर कोई अनहोनी होने की संभावना रहती है. इसी अनहोनी घटना से बचने के लिए इस कुरिम (धार्मिक पाठ तंत्र-मंत्र के साथ) का आयोजन किया जाता है. शाम के वक्त कुरिम को एक रैली के रूप में निकाला जाता है और खूब सीटी, ढोल, नगाड़े और लामाओं द्वारा वाद्य यंत्रों के साथ बुरी शक्तियों को दूर भगाया जाता है.
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