ETV Bharat / state

यहांं कोरोना से बचने के लिए पहरा दे रही महिलाएं, गांव में रिश्तेदारों के आने पर भी रोक

गांव की महिलाएं और पुरुष हाथ में डंडा लेकर पहरा दे रहे हैं. सुबह से शाम तक महिलाएं बारी बारी से पहरा देने में डटी हैं. ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कोरोना संकट के बने रहने तक न तो गांव का कोई व्यक्ति साथ लगती पंचायत व अन्य जगहों पर नहीं जाएगा और न ही अपने रिश्तेदारों को बुलाएगा.

Women of soyal
कोरोना
author img

By

Published : Apr 8, 2020, 10:26 AM IST

कुल्लू : कोरोना वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण की रोकथाम को जिले की हिमाचल के कुल्लू जिले की उझी घाटी में ग्रामीण खुद भी आगे आ रहे हैं. घाटी की सोयल पंचायत के सोयल गांव में स्थानीय ग्रामीणों ने स्वयं पहल करते हुए पड़ोसी पंचायतों सहित बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर पांबदी लगा दी है.

गांव की महिलाएं और पुरुष हाथ में डंडा लेकर पहरा दे रहे हैं. सुबह से शाम तक महिलाएं बारी बारी से पहरा देने में डटी हैं. ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कोरोना संकट के बने रहने तक न तो गांव का कोई व्यक्ति साथ लगती पंचायत व अन्य जगहों पर नहीं जाएगा और न ही अपने रिश्तेदारों को बुलाएगा. गांव में अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है. सोयल गांव की मुहिम को देखते हुए अब पूरी पंचायत में यह मुहिम शुरू हो सकती है.

हालांकि, जिला कुल्लू में अभी तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है. इसके बावजूद ग्रामीण पूरी जागरूकता के साथ किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं लेना चाहते. सोयल पंचायत के वार्ड नंबर तीन के वार्ड सदस्य रामदास, वार्ड चार के सदस्य चूड़ामणि ने कहा कि गांववासियों ने एक आपात बैठक की है. बैठक में कोरोना संकट से निपटने को लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि गांव में बाहरी लोगों के साथ पड़ोसी पंचायत के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. गांव से हर दिन 4 लोग चरणबद्ध तरीके से प्रवेश मार्ग पर पहरा देंगे.

वार्ड सदस्य रामदास, लता, पुष्पा, सुलक्षणा ने गांव के प्रवेश द्वार पहरा दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा बड़ा है. ऐसे में लापरवाही ग्रामीणों की जान पर भारी पड़ सकती है.

कुल्लू : कोरोना वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण की रोकथाम को जिले की हिमाचल के कुल्लू जिले की उझी घाटी में ग्रामीण खुद भी आगे आ रहे हैं. घाटी की सोयल पंचायत के सोयल गांव में स्थानीय ग्रामीणों ने स्वयं पहल करते हुए पड़ोसी पंचायतों सहित बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर पांबदी लगा दी है.

गांव की महिलाएं और पुरुष हाथ में डंडा लेकर पहरा दे रहे हैं. सुबह से शाम तक महिलाएं बारी बारी से पहरा देने में डटी हैं. ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कोरोना संकट के बने रहने तक न तो गांव का कोई व्यक्ति साथ लगती पंचायत व अन्य जगहों पर नहीं जाएगा और न ही अपने रिश्तेदारों को बुलाएगा. गांव में अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है. सोयल गांव की मुहिम को देखते हुए अब पूरी पंचायत में यह मुहिम शुरू हो सकती है.

हालांकि, जिला कुल्लू में अभी तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है. इसके बावजूद ग्रामीण पूरी जागरूकता के साथ किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं लेना चाहते. सोयल पंचायत के वार्ड नंबर तीन के वार्ड सदस्य रामदास, वार्ड चार के सदस्य चूड़ामणि ने कहा कि गांववासियों ने एक आपात बैठक की है. बैठक में कोरोना संकट से निपटने को लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि गांव में बाहरी लोगों के साथ पड़ोसी पंचायत के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. गांव से हर दिन 4 लोग चरणबद्ध तरीके से प्रवेश मार्ग पर पहरा देंगे.

वार्ड सदस्य रामदास, लता, पुष्पा, सुलक्षणा ने गांव के प्रवेश द्वार पहरा दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा बड़ा है. ऐसे में लापरवाही ग्रामीणों की जान पर भारी पड़ सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.