कुल्लू: जिला में बैशाखी, संक्रांति आरंभ होते ही कई गांवों में विरशु मेले का आगाज हो गया है. इसी कड़ी में जिला के आराध्य देवता बिजली महादेव लाव-लश्कर के साथ सीधी पहाड़ी से नीचे उतरकर जिया गांव पहुंचे.
पहाड़ी में सीधी उतराई होने के कारण यहां पर चलना भी मुश्किल होता है, इसलिए देवता को रस्सी के सहारे जिया गांव तक लाया गया. जिया पहुंचने पर देवता ने खेतों में छुपे हुए बच्चों को भी ढूंढ निकाला. इस दौरान देवता के साथ सैकड़ों हारियान भी मौजूद रहे.
देवता बिजली महादेव ने नीचे उतरने से पहले गांव की ही दर्जन महिलाओं के साथ वाद्य यंत्रों की थाप पर लालड़ी नृत्य किया. इसके बाद ग्रामीणों ने देवता को विदाई दी और भ्रैंण गांव के पास एक सीधी पहाड़ी से देवता के रथ को उतारा.
देवता बिजली महादेव के कारदार अमरनाथ नेगी ने कहा कि सीधी पहाड़ी से देवता बिजली के जिया गांव में उतरने का नजारा बहुत रोमाचंक होता है, क्योंकि बिजली महादेव का रथ अन्य देवताओं से बड़ा माना जाता है. उन्होंने बताया कि रथ की सुरक्षा के लिए इसमें रस्सा बांधा जाता है, क्योंकि यहां चलना मुश्किल होता है.