कुल्लू: जिला कुल्लू की खराहल घाटी में बनने वाले बिजली महादेव रोपवे का सैंकड़ों स्थानीय ग्रामीणों द्वारा सड़कों पर उतर कर जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है. बीते दिनों देवता बिजली महादेव ने देववाणी के जरिए आदेश दिए गए थे की बिजली महादेव में रोपवे बनना उनको मंजूर नहीं है. ऐसे में अब खराहल और कशावरी फाटी के लोगों ने आदेश की पालना करते हुए इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को रोपवे का विरोध करने के लिए खराहल और कशावरी फाटी के लोग सरवरी पर इकट्ठा हुए. इसके बाद सैकड़ों लोगों ने ढालपुर में बिजली महादेव रोपवे के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया.
बिजली महादेव रोपवे के विरोध में ग्रामीण: इस दौरान सैकड़ों लोग डीसी कार्यालय के बाहर पहुंचे और उन्होंने सरकार से मांग रखी कि स्थानीय लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए रोपवे का निर्माण नहीं किया जाए. बिजली महादेव मंदिर कमेटी के सदस्यों ने सीपीएस सुंदर ठाकुर पर उन्हें धमकाने का भी आरोप लगाया. वहीं, डीसी कुल्लू के माध्यम से भी सरकार को ज्ञापन भेजा गया कि यहां पर बिजली महादेव रोपवे का निर्माण बिल्कुल नहीं किया जाए. इससे जहां स्थानीय लोगों का रोजगार खत्म होगा तो वहीं पर्यावरण को भी खासा नुकसान पहुंचेगा.
'देवता के आदेश की होगी पालना': पुईद पंचायत के प्रधान सर चंद ने बताया कि मंदिर कमेटी के द्वारा जब जनरल हाउस आयोजित किया गया तो उसमें देवता ने भी आदेश दिया कि उन्हें रोपवे बिल्कुल भी मंजूर नहीं है. रोपवे के निर्माण से घाटी की जनता को फायदा नहीं मिलेगा. जबकि चंद लोग ही इस से मालामाल होंगे. ऐसे में अगर सरकार खराहल घाटी का विकास चाहती है तो वे यहां पर सड़कों को चौड़ा करें और पानी जैसी समस्या को दूर करें.
सीपीएस पर धमकाने के भी आरोप: पूर्व बीडीसी सदस्य एवं बिजली महादेव मंदिर कमेटी के सचिव हेमराज शर्मा ने बताया कि जब बीते दिनों वह सीपीएस सुंदर ठाकुर से बात करने पहुंचे थे तो उन्होंने रोपवे मामले में राजनीति करने के आरोप लगाए थे और उन्हें राजनीति करने के नाम पर जलील भी किया. ऐसे में वह देवता के आदेश को बिल्कुल भी नहीं मान रहे हैं. हेमराज शर्मा का कहना है कि खराहल घाटी की जनता के लिए वे सदा साथ खड़े हैं और इस रोपवे का लगातार विरोध किया जाएगा.
'रोपवे से छीन जाएगा महिलाओं का रोजगार': वहीं बिजली महादेव महिला मंडल की प्रधान शांता ठाकुर ने बताया कि बिजली महादेव मार्ग पर कई ऐसी महिलाएं हैं, जो रोजाना सामान बेच कर अपना गुजारा कर रही हैं. रोपवे बनने से उनकी आजीविका भी खत्म हो जाएगी. खराहल घाटी की महिलाएं भी इस रोपवे का विरोध कर रहे हैं और सरकार को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए.
'जनता से बात कर रास्ता निकाले सरकार': वहीं, ढालपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी बिजली महादेव रोपवे मामले में कांग्रेस सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जनता को डराने धमकाने से कुछ नहीं होता है, बल्कि इस मुद्दे पर सरकार के प्रतिनिधियों को आम जनता से बात करनी चाहिए. जनता से अगर बात की जाएगी तो इसका रास्ता निकल सकता है. लेकिन जिस तरह से कांग्रेस सरकार अब जनता को डरा धमका रही है, वह लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है.
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